NEWSPR डेस्क। केन्द्र के किसान बिल लागू करने के बाद मोतिहारी पहली किसान सवारी ट्रेन पहूंची है। जिसके बाद बाजार में आलू के दाम में कमी आयी है। मोतिहारी पहूंची पहली ट्रेन ने किसानों को ग्लोबल फार्मिंग की जानकारी देने वाला साबित हो रहा है। रेलवे और केन्द्र सरकार की योजनाओं का लाभ लेने की नसीहत देने वाला है। आलू के दाम घटने से आम उपभोक्ता के साथ साथ व्यवसायियों को भी राहत मिली है। ट्रेन के पहुंचने के बाद मोतिहारी के प्रमुख मंडी बाजार समिति में रौनक आ गयी है। ट्रेन के सभी डिब्बों में रख कर लाये गये आलू की बिक्री रेलवे के रैंक प्वाईंट से हो गयी है। पूर्वी चम्पारण के छोटे बड़े बाजारों में व्यवस्यी आलू ले गये है। करीब ढाई सौ टन आलू के आऩे से बाजार में बढ़े दाम को नियंत्रित किया जा सका है।
मोतिहारी बाजार समिति के अध्यक्ष अशोक डॉलर ने बताया कि ग्लोबल फार्मिंग की योजना गुजरात में सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि ट्रेन मंगाने के पीछे यहां के किसानों को ग्लोबल फार्मिंग के प्रति जागरुक करना उद्देश्य है। साथ ही आम उपभोक्ताओं को सस्ते दर पर समान उपलब्ध कराना है। वहीं आलू व्यवसायी सफी अहमद ने बताया कि गुजरात मॉडल को यहां लाकर सबसे पहले किसानों को बताने का काम किया जा रहा है। इस मॉडल में खेती कर किसान अपने उपज का सही दाम ले सकेंगें। इस प्रकार छोटे व्यवसायी खुशहाल होगें। जबकि युवा व्यवसायी संजय जायसवाल बताते है कि सरकार के नई नीति में कोरोना काल में बन्द पडे सवारी ट्रेनों से मोतिहारी लाया गया है,जिसमें सभी यात्री यात्रा करते थे उसी से आलू लाया गया है। साथ ही सरकार ने आधे भाडा पर आलू को मोतिहारी लाया है।