NEWSPR डेस्क। भोजपुर जिले का उदवंतनगर थाना क्षेत्र का गड़हा गांव होली के दिन गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। जहां पूर्व के 16 डिसमिल जमीन के विवाद को लेकर जमकर गोलीबारी की गई। जिसमें गोलीबारी के दौरान छर्रा लगने से एक अधेड़ की मौत हो गई। इलाज के लिए उदवंतनगर पीएचसी ले जाने के दौरान उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। वहीं घटना में बुजुर्ग समेत तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जिसके बाद घायलों को इलाज के लिए उदवंतनगर पीएचसी से आरा सदर अस्पताल लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद दो की हालत को चिंताजनक देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार मृतक उदवंतनगर थाना क्षेत्र के गड़हा गांव निवासी स्व.रामदास सिंह के 50 वर्षीय पुत्र नेपाल सिंह है। वह पेशे से किसान थे एवं गांव पर ही रह कर खेती किया करते थे। वहीं, घायलों में उसी गांव के निवासी स्व.शकल सिंह के 76 वर्षीय पुत्र शिवजी सिंह, चंद्रदेव सिंह का 27 वर्षीय पुत्र शिव शंकर सिंह एवं शिव नारायण सिंह का 28 वर्षीय पुत्र राम मनोज सिंह शामिल है।
इधर मृतक नेपाल सिंह का भतीजा लल्लू सिंह ने बताया कि दूसरे पक्ष के लोगों से 16 डिसमिल जमीन को लेकर पूर्व से विवाद चला रहा है। शाम जब वह अपने घर पर बैठा था। तभी दूसरे पक्ष के लोग नशे में धुत होकर उनके दरवाजे पर आ गए और ईंट पत्थर चलाने लगे। साथ ही घर में रही महिलाओं के साथ गाली-गलौज भी की। सूचना मिलने पर जब वह घर से बाहर निकले तभी दूसरे पक्ष के लोग अपने दरवाजे से अंधाधुन फायरिंग करने लगे। जिसमें नेपाल सिंह,शिवजी सिंह, शिव शंकर सिंह एवं राम मनोज सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए उदवंतनगर पीएचसी ले जाया जा रहा था तभी नेपाल सिंह ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। जबकि गंभीर हालत में शिवजी सिंह, शिव शंकर सिंह एवं राम मनोज सिंह को उदवंतनगर पीएचसी से आरा सदर अस्पताल लाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार करने के बाद शिवजी सिंह एवं शिव शंकर सिंह की हालत चिंताजनक देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया।
दूसरी ओर नेपाल सिंह का भतीजा लल्लू सिंह ने गांव के ही संजय कुमार, नंदकिशोर लाल, बहादुर मनोज सिंह समेत कुछ अन्य लोगों पर गोली मारने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना मिलते हैं उदवंतनगर थाना इंचार्ज ज्योति कुमारी अपने दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
आरा से अकाश कुमार की रिपोर्ट