NEWSPR डेस्क। पांचवां खिताब जीतने के इरादे लेकर उतरने वाली सितारों से सजी मुंबई इंडियंस मंगलवार को यहां आईपीएल 2020 फाइनल में उतरेगी तो उसके सामने पहली बार खिताबी मुकाबले में जगह बनाने वाली आत्मविश्वास से ओतप्रोत दिल्ली कैपिटल्स खड़ी होगी, जिसके पास मैच विनर्स की कमी नहीं है. रोमांच से भरपूर मुकाबलों के 52 दिन पूरे होने के बाद अब इस खास आईपीएल का एक आखिरी मुकाबला शेष है. खास इसलिए कि तमाम चुनौतियों और बाधाओं के बावजूद इसके सफल आयोजन ने दर्शकों को कोरोना वायरस महामारी से पैदा हुई नकारात्मकता से निजात पाने में मदद की है.
मुंबई के खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट में शुरू ही से दबदबा बनाए रखा. मुंबई के बल्लेबाजों ने 130 छक्के जड़े हैं जबकि दिल्ली ने 84 छक्के जमाए हैं. क्विंटन डीकॉक का प्रदर्शन खास तौर पर काबिले तारीफ रहा. वहीं, रोहित ने अपनी हैमस्ट्रिंग चोट को लेकर तमाम आशंकाओं को निर्मूल साबित करते हुए अच्छी कप्तानी की.
दूसरे क्वालिफायर में लगा कि दिल्ली ने सही टीम संयोजन तलाश लिया है. पारी की शुरुआत मार्कस स्टोइनिस से कराने का फैसला सही रहा. श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत के औसत फॉर्म को देखते हुए शिमरोन हेटमायर पर तेज बल्लेबाजी का जिम्मा होगा. पावरप्ले में रविचंद्रन अश्विन पर बड़ी जिम्मेदारी होगी. इसके साथ ही इस मैच के जरिये अय्यर का भविष्य में भारतीय टीम की कप्तानी के लिए दावा पुख्ता हो सकता है. रिकी पोंटिंग कुशल रणनीतिकार के रूप में अपनी साख मजबूत करेंगे जबकि सूर्यकुमार चयन समिति को बल्ले से जवाब देना चाहेंगे. सभी की नजरें आईपीएल फाइनल पर है, लेकिन रांची के उस राजकुमार की कमी जरूर खल रही है जिसकी टीम 2017 से लगातार आईपीएल फाइनल खेलती आई है. महेंद्र सिंह धोनी की कमी आईपीएल फाइनल में महसूस होगी, लेकिन जिंदगी की ही तरह क्रिकेट किसी के लिए रुकता नहीं.