NEWSPR डेस्क। झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया है। शुरू होते ही झारखंड विधानसभा प्रकिया और कार्य संचालन के लिए विधानसभा अध्यक्ष ने सभापति तालिका की घोषणा की। स्टीफन मरांडी, रामचंद्र चंद्रवंशी, सीता सोरेन, नमन विक्सल कोंगाड़ी को इसमें शामिल किया गया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यमंत्रणा समिति की घोषणा की, जिसके अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो हैं।
साथ ही सदस्यों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदस्य, आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, सीपी सिंह, सुदेश महतो, सरयू राय भी शामिल थें. विशेष आमंत्रित सदस्य में चम्पई सोरेन, रामेश्वर उरांव, स्टीफन मरांडी, लोबिन हेबरेम, नलिन सोरेन, नीलकंठ सिंह मुंडा, प्रदीप यादव, अपर्णा सेन गुप्ता, विनोद सिंह, पूर्णिमा सिंह, रामचन्द्र चंद्रवंशी, शमिल हैं. इसके बाद राज्यपाल द्वारा प्राख्यापित अध्यादेश की प्रति सदन के पटल पर रखा गया.
सदन में सभी दलों के नेताओ ने शोक प्रस्ताव पढ़ा, लेकिन बीजेपी की तरफ से शोक प्रस्ताव नहीं पढ़ा गया। स्पीकर ने बीजेपी सचेतक बिरंची नारायण को शोक प्रस्ताव पढ़ने को कहा। उन्होंने प्रस्ताव पढ़ना शुरु भी कर दिया, लेकिन इसी बीच बीजेपी एएलए मनीष जयसवाल ने कहा कि जब सदन में विधायक दल के नेता मौजूद हैं, तो फिर सचेतक क्यों शोक प्रस्ताव पढ़ेंगे। इसके बाद बिरंची नारायण ने शोक प्रस्ताव पढ़ना रोक दिया। स्पीकर के कहने के बावजूद बिरंची नारायण ने शोक प्रस्ताव नहीं पढ़ा।