NEWSPR डेस्क। बिहार चुनाव के बीच गोपालगंज जिले में कल शुक्रवार को हुई मछली व्यवसायी की हत्या के मामले में बिहार सरकार के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. रामसेवक सिंह के साथ-साथ 5 अन्य लोगों के विरुद्ध भी एफआईआर दर्ज की गई है. मामला दर्ज होने के बाद गोपालगंज पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.
घटना गोपालगंज जिले के मीरगंज थाने इलाके की है, जहां शुक्रवार को रूपनचक गांव के रहने वाले मछली व्यवसायी जय बहादुर सिंह की अपराधियों ने हत्या कर दी थी. अपने भतीजे के साथ जय बहादुर सिंह जैसे ही सबेया मोड़ पर बाइक से उतर कर होटल की ओर बढ़ रहे थे ठीक उसी वक़्त बाइक पर सवार 2 अपराधियों ने उनके ऊपर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इस दौरान उन्हें कुल 4 गोलियां लगी, जिसके कारण उनकी मौत हो गई.
इस घटना के बाद मृतक के सम्बन्ध में व्यवसायी जय बहादुर सिंह के पोते धर्मेन्द्र सिंह ने थाने में एक आवेदन दिया है, जिसमें हथुआ थाने के यादो पिपरा के अरुण सिंह, रुपनचक के दुर्गेश नंदन सिंह, श्रीकांत सिंह और एक अज्ञात पर गोली मार कर हत्या करने का आरोप लगाया गया है. जबकि सूबे के समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह पर विधान सभा चुनाव में वोट नहीं देने पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है.
इस हत्या के बाद एसपी ने अपनी गठित टीम के साथ जांच शुरू कर दी है. इस दौरान पुलिस को कई संदिग्ध नंबर मिले हैं. जिसकी जांच गोपालगंज पुलिस कर रही है. गोपालगंज के एसपी मनोज तिवारी ने बयान देते हुए कहा हैं कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा और साथ ही जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी.
उधर हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है. इस मामले में थानाध्यक्ष शशिरंजन ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है. वहीं आरोपित मंत्री ने हत्या की साजिश के आरोप को निराधार व मनगढ़ंत बताते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने बताया कि राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें बदनाम किया जा रहा है.