नेपाल के बाल्मीकी बराज से पानी छोड़े जाने के बाद छपरा जिला के पांच प्रखंड पानापुर, तरैया, मशरख, मकेर, अमनौर के कुल 36 पंचायत बाढ़ प्रभावित हुए हैं। इनमें 15 पंचायत पूर्ण रूप से तथा 21 पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित है।
इन 36 पंचायतों के 159 गांव प्रभावित हुए हैं। पानापुर के 10 पंचायत के 41 गांव, तरैया के 13 पंचायत के 71 गांव, मशरख के 8 पंचायत के 27 गांव, अमनौर के 3 पंचायत के 12 गांव तथा मकेर के 2 पंचायत के 8 गांव प्रभावित हुए हैं। इन पांचों प्रखंडों के 169600 की आबादी तथा 6000 पशु बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निर्देश पर अभी तक 6800 पॉलीथिन शीट का वितरण कराया गया है। कुल 33 स्थाई चापाकल तथा 52 शौचालयों का निर्माण कराया गया है। 101 नाव एवं 13 मोटर बोट का निरंतर परिचालन किया जा रहा है। कुल 41560 लोगों को निष्कर्मित किया गया है। जो ऊंचे स्थानों पर बनाये गए राहत शिविर में रह रहे हैं।
उनके लिए 83 समुदाय की चलाई जा रही है। समुदाय किचन में 41560 लोगों को भोजन कराया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 16 स्वास्थ्य केंद्र खोले गए हैं। जहां अभी तक 419 लोगों का इलाज किया गया है। कुल 13000 हैलोजन की टेबलेट का वितरण कराया गया है। कुल 5 पशु कैंप खोले गए हैं। जहां अभी तक 87 पशुओं का इलाज किया गया है। वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में NDRF टीम के मदद से युवराज सुधीर सिह ने पानापुर के दर्जनों गाँवो में बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री, तिरपाल, नगद आदि देकर उन्हें तत्काल सहायता मुहैया करा रहे है।