बिहार के गया और जहानाबाद जिलों में अचानक आई बाढ़ ने हालात गंभीर बना दिए हैं। सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं और घरों-दुकानों तक में पानी घुस गया है। लोग डर और दहशत के माहौल में रातें गुजारने को मजबूर हैं।
दरअसल, बिहार में इस समय मानसून की स्थिति सामान्य है, लेकिन पड़ोसी राज्य झारखंड में हो रही लगातार तेज़ बारिश का असर यहां दिखने लगा है। झारखंड से छोड़े गए पानी के कारण गया और जहानाबाद में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।
फल्गु नदी में उफान
गया के बोधगया इलाके में कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। फल्गु नदी में अचानक पानी बढ़ने से घरों और दुकानों में पानी घुस गया। जानकारी के मुताबिक उदेरा स्थान बैराज से करीब 1.26 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिससे नदी उफान पर आ गई। बोधगया के बसाढ़ी, सिलौंजा और बतसपुर गांव सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए हैं। सिलौंजा में तो सड़क तक पानी पहुंच गया, जिससे इटवां-मोहनपुर का संपर्क टूट गया।
एनएच-33 बंद, गांवों में घुसा पानी
शुक्रवार देर रात बाढ़ का पानी जहानाबाद-बिहार शरीफ एनएच-33 पर चढ़ गया, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। चुनूकपुर, मननपुर, भारथू और परियामा समेत कई गांवों में भी पानी भर गया है।
प्रशासन अलर्ट, SDRF की तैनाती
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गया के डीएम शशांक शुभंकर रात में ही प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे और हालात का जायजा लिया। वहीं, SDRF की टीम को बचाव कार्य के लिए तैनात कर दिया गया है।
गोदाम में अनाज बर्बाद, बिजली गुल
बसाढ़ी पैक्स के गोदाम में भी बाढ़ का पानी घुस गया, जिससे वहां रखा चावल और गेहूं खराब हो गया। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली काट दी गई है, ताकि किसी बड़े हादसे को टाला जा सके। लेकिन बिजली गुल रहने से लोग दिन-रात और ज्यादा परेशानी में हैं।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि राहत और बचाव कार्य तेज़ी से जारी है और हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है।