NEWSPR डेस्क। बिहार के पूर्व महाधिवक्ता रामबालक महतो का गुरुवार को हृदयगति रुकने से निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। उनका इलाज पटना के मगध मेडिका हॉस्पिटल में चल रहा था।
राज्यपाल फागू चौहान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। नीतीश कुमार ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि “वे एक प्रसिद्ध कानूनविद और बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे।
विधि के क्षेत्र में उन्होंने एक विशिष्ट पहचान बनाई। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण मामलों में राज्य सरकार को कानूनी जीत दिलाई थी। निधन से विधि के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।”
वह छह बार राज्य के महाधिवक्ता बने वह सबसे अधिक बार इस पद पर आसीन रहे। इनके अलावा कन्हैया प्रसाद वर्मा 2 बार महाधिवक्ता बने। पहली बार 1980 में महाधिवक्ता बने। दूसरी बार 1985-89 तक, तीसरी बार 1990-93 तक और चौधी बार 2010-2015 तक उन्होंने महाधिवक्ता पद संभाला। इसके बाद पांचवीं बार और छठी बार 2015 में भी वह राज्य के अधिवक्ता बने।