NEWSPR डेस्क। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारत के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की आज जयंती है। इस मौके पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रवक्ता संजीव श्रीवस्तव उन्हे नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही कहा कि पर्रिकर जी की सादगी, ईमानदारी एवं समर्पणभाव से जनसेवा की और राष्ट्र उत्थान के लिये अपना जीवन समर्पित किया है।
आपको बता दें मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर, 1955 को हुआ था। मध्यमवर्गिय परिवार में 13 दिसंबर 1955 में जन्मे पर्रिकर ने आरएसएस के प्रचारक के रूप में करियर शुरू किया। यहां तक कि आईआईटी बंबई से स्नातक करने के बाद भी वह संघ से जुड़े रहे। सक्रिय राजनीति में पर्रिकर का पदार्पण 1994 में पणजी सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीतने के साथ हुआ। मनोहर पर्रिकर 2014 से 2017 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में रक्षा मंत्री रहे। मनोहर पर्रिकर पहली बार साल 2000 में गोवा के मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद साल 2012 में दूसरी बार थे। फिर उन्हे नवंबर 2014 में देश का रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया था। हालांकि उन्होंने मार्च 2017 में रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा देकर गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। वह तीसरी बार मुख्यमंत्री बने थे।
मनोहर पर्रिकर के रक्षा मंत्री रहते भारत ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। उन्हें भारतीय राजनीति के सबसे ईमानदार नेताओं में गिना जाता रहा है। वह अक्सर गोवा की सड़कों पर स्कूटी से निकल लेते थे और आमजन की नब्ज टटोलने के लिये चाय की दुकानों पर चुस्की लेते हुए देखे जाते थे। अक्सर देखा गया है कि मनोहर पर्रिकर का आमजन के लिये घर के दरवाजे हमेशा खुला रहता था। इनके जीवन की सादगी इससे भी देखी जाती थी कि वह हमेशा चप्पल में ही घर से निकलते थे। उन्होंने अपनी सादगी का ढिंढोरा कभी नहीं पीटा। उनका 17 मार्च 2019 को अग्नाशय कैंसर के कारण निधन हो गया था। उस समय वह 63 वर्ष के थे।