NEWSPR डेस्क। देश के पूर्व उपराष्ट्रपति, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता भैरोसिंह शेखावत की आज जयंती है। इस मौके पर जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उन्हे नमन किया। कहा कि सार्वजनिक-राजनीतिक जीवन में आदर्शों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाले शेखावत जी आम व्यक्ति के दुख-दर्द दूर करने के लिए सदैव संवेदनशील रहे। साथ ही संजीव श्रीवास्तव ने मानवसेवा के भैरोसिंह शेखावत के दिखाए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
गौरतलब है कि शेखावत का जन्म 23 अक्टूबर 1923 को जयपुर रियासत के गांव खाचरियावास में हुआ था। यह गांव अब राजस्थान के सीकर जिले में है। शेखावत के पिता कान देवी सिंह शेखावत और माता का नाम बन्ने कंवर था। गांव की पाठशाला में अक्षर-ज्ञान प्राप्त किया। हाई-स्कूल की शिक्षा गांव से 30 किलोमिटर दूर जोबनेर से प्राप्त की, जहां पढ़ने के लिये पैदल जाना पड़ता था।हाईस्कूल के बाद जयपुर के महाराज कॉलेज में दाखिला लिया ही था कि पिता का देहांत हो गया और परिवार के 8 सदस्यों का भरण-पोषण का भार किशोर कंधों पर आ पड़ा। नतीजतन उन्हें अपने हाथों में हल उठाना पड़ा। बाद में पुलिस की नौकरी भी की। पर उसमें मन नहीं रमा और त्यागपत्र देकर वापस खेती करने लगे।
स्वतंत्रता-प्राप्ति के बाद लोकतंत्र की स्थापना ने आम नागरिक के लिये उन्नति के द्वार खोल दिये। राजस्थान में वर्ष 1952 में विधानसभा की स्थापना हुई तो शेखावत ने भी भाग्य आजमाया और विधायक बन गये। फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा और सीढ़ी-दर-सीढ़ी चढ़ते हुए विपक्ष के नेता, मुख्यमंत्री और उपराष्ट्रपति पद तक पहुंच गए। 19 अगस्त 2002 से 21 जुलाई 2007 तक उपराष्ट्रपति पद पर रहे। जबकि 1977 से 1980, 1990-92 और 1993 से 1998 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री भी रहे। उनका निधन 15 मई 2010 को हुआ था।