NEWSPR/DESK : राजधानी रायपुर में बेहद की शातिर तरीके से ठगी का मामला सामने आया है। खुद को सीबीआई का अधिकारी और महिला बाल विकास का असिस्टेंट डायरेक्टर बताकर महिला कारोबारी को टेंडर डिलाने के नाम पर 15 लाख रुपये ठग लिए। न्यू राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने आरोपित रूद्रा मिश्रा, उसकी पत्नी स्वाती मिश्रा, आनंद तिवारी, रितेश शर्मा और मनोज भारतद्वाज के खिलाफ 420ए और 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सभी आरोपित मूलत: बिलासपुर के रहने वाले हैं।
शिवम विहार अमलीडीह प्रार्थी शशीकांता तिर्की ने पुलिस को बताया कि वह वेलसेन आर्ट के फर्म के नाम से थ्री डी वाल पेंटिंग डिजाइनिंग का पिछले 10 वर्षों से कर रही। साल 2020 न्यू ईयर पार्टी के दौरान रूद्रा मिश्रा ने अपनी पत्नी स्वाती मिश्रा के सामने अपने आपको असिस्टेंट डायरेक्टर ऑफ महिला बाल विकास का होना बताया और उसका सहयोगी रितेश शर्मा ने भी अपने आपको सीबीआई का अधिकारी होना बताया
इस दौरान प्रार्थी के महिला के पति वेलसेन जान तिर्की की उन लोगों से जान पहचान हुई। इसके बाद उन्होंने बलौदाबाजार, इंदौर, खंडवा, विदिशा में पेंटिंग का काम दिलाने का झांसा दिया। इसके बाद आरोपित की पत्नी ने जान पहचान बढ़ाई और भरोसा जीतने के लिए घर आना जाना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्हाेंने फर्जी टेंडर के दस्तावेज भी दे दिए।
इसके बाद कई बार में 15 लाख रुपये टेंडर दिलवाने के नाम पर लिए। कुछ दिन समय बीतने के बाद टेंडर नहीं मिला, तो प्रार्थी ने पैसे वापस करने की बात की। इसके बाद आरोपित इधर-उधर की बात कर प्रार्थी को घुमाते रहे। शक होने पर महिला बाल विकास विभाग में जाकर पता किया, तो पता चला कि रूद्रा मिश्रा नाम का कोई भी व्यक्ति वहां पर काम नहीं करता है। टेंडर पूरी तरह से फर्जी था, जिसके बाद थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई।