NEWSPR डेस्क। इस वक़्त की बड़ी ख़बर पश्चिम चम्पारण ज़िला के बगहा से आ रही है. जहां अवैध क्लिनिक व फ़र्ज़ी नर्सिंग होम में सघन छापेमारी की गई है. इस दौरान भैरोगंज में 5 मरीजों का सफलतापूर्वक रेसक्यू किया गया है. जिनका यूटरस ही निकाल लिया गया है। हालांकि रेड के दौरान दो झोलाझाप जिनके द्वारा ऑपरेशन किया जाता है. उनकी पहचान भी हुई है. इनमें अनील पटेल व नंदलाल यादव के साथ नटवरलाल चौहान के नाम सामने आए हैं. जो भागने में सफ़ल रहे हैं।
दरअसल ज़िले में अवैध नर्सिंग होम व फ़र्ज़ी अस्पताल दर्ज़नों की संख्या में संचालित हैं. लिहाज़ा बेतिया सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र चौधरी व बगहा SDM डॉ अनुपमा सिंह के निर्देश पर रामनगर के बाद बगहा व भैरोगंज में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई. जिसमें चौकाने वाला खुलासा हुआ है. कि किस क़दर ये नीम हकीम मरीजों की जान माल से खिलवाड़ कर रहे हैं. यहीं वज़ह है कि आज देर शाम एक साथ 5 वैसे महिला मरीजो सफलतापूर्वक रेसक्यू किया गया.
जिनका झोलाछाप चिकित्सकों ने 10 से 20 हज़ार रुपए लेकर ऑपरेशन किया है। ख़ुद मरीज़ व उनके परिजनों के साथ साथ चिकित्सा पदाधिकारी ने भी इसका खुलासा किया है कि कैसे फर्जी डॉक्टर बड़े डॉक्टरों के नेम प्लेट व बोर्ड लगाकर अवैध अस्पताल व फ़र्ज़ी नर्सिंग होम चलाते हैं. जहां महिलाओं की जिंदगी बर्बाद की जा रही है. क्योंकि 40 साल के कम उम्र की महिलाओं के लगातार बच्चादानी निकालने का खुलासा जो हुआ है. जिसके बाद अधिकारियों के भी होश उड़ गए हैं. कि कैसे नीम हकीम शैल्य क्रिया को बग़ैर किसी डिग्री व मानक के बख़ूबी अंजाम दे रहे हैं।
बताया जा रहा है कि बगहा के पतिलार, रतवल, बड़गांव समेत भैरोगंज में संचालित अवैध नर्सिंग होम में गठित टीम द्वारा छापेमारी में चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सूर्यनारायण महतो व बतौर मजिस्ट्रेट पंचायती राज पदाधिकारी विजय कुमार, भैरोगंज थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष नेतृत्व में छापेमारी की गई। इस दौरान दोनों झोलाछाप अनील पटेल व नन्दलाल यादव के साथ नटवरलाल चौहान चकमा देकर फ़रार हो गए। लेकिन 5 महिलाओं का रेसक्यू कर उन्हें सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जिनकी हालत गंभीर है।
इस मामले में बगहा 1 PHC के प्रभारी चिकित्सक ने बताया कि गुप्त सूचना पर CS व SDM के निर्देश में गठित टीम की छापेमारी के दौरान भैरोगंज SBI बैंक के पास अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम में ऑपरेशन किये गए 5 मरीज मिले इनमें कुछ मरीजो का पेट खोल कर बच्चेदानी निकाला गया है और कुछ का ओपेन्डिक्स की सर्जरी हुई है।
फर्जी नरसिंह होम के संचालक मौके से फरार हो गए हैं। सभी मरीजो को बेहतर इलाज हेतु बगहा अनुमंडलीय अस्पताल भेजा गया है। बता दें कि जिन महिलाओं का गर्भाशय निकाला गया है उनकी उम्र 40 के भीतर या उससे कम है। जिसमें नड्डा निवासी जोखु मुशहर की पत्नी 1- पूनम देवी (30), नड्डा निवासी मोहन बीन की पत्नी 2- रंजू देवी (30), जुड़ा पकड़ी निवासी कृष्णनंदन राउत की पत्नी 3- सुमन देवी (39), जुड़ा पकड़ी निवासी अनिल चौधरी की पत्नी 4- शोभा देवी (30) शामिल हैं।
सभी से उक्त कथित झोलाछाप चिकित्सकों ने दस से 20 हजार राशि वसूल किया है। जबकि सेमरा थाना क्षेत्र के प्रतापपुर निवासी उपेंद्र यादव की पत्नी 5- सोनी देवी (32) वर्ष का सीजेरियन ऑपरेशन हुआ है। जिसमें महिला की जान तो बच गई है. लेकिन उसका बच्चा मौत के घाट उतार दिया गया है. जिसके बाद खलबली मची हुई है। इसकी पुष्टि अनुमण्डल अस्पताल के MO विजय कुमार ने किया है।
अब देखने वाली बात होगी कि रामनगर में पिछले दिनों मिले 7 गर्भाशय निकले और आज इन 5 महिलाओं के गर्भाशय निकालने जैसे जघन्य अपराध में शामिल झोलाछाप चिकित्सकों की पहचान औऱ गिरफ्तारी होती भी है या नहीं…!