शिवाजी राव गायकवाड से रजनीकांत बनने तक की कहानी, जानिए कैसे बने बस कंडक्टर से एक्शन मैन….

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। एक्शन मैन रजनीकांत आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं, लेकिन बहुत कम लोंग उनके निजी जीवन के बारें में जानते हैं। इसके साथ ही बहुत लोंग यह भी नही जानते की रजनीकांत का असली नाम क्या हैं. दरअसल पुरे दुनिया में रजनीकांत के नाम से मशहूर इस सुपर स्टार का पूरा नाम “शिवाजी राव गायकवाड” हैं.

 

रजनीकांत की कहानी का कल्पना करण भी मुशकिल हैं क्यों कि रजनीकांत जैसे सुपर स्टार ने अपने करियर की शुरुवात एक मामूली सी कारपेंटर की नौकरी से की थी… फिर कारपेंटर से कुली और कुली से बी.टी बस कंडक्टर उसके बाद दुनिया के सबसे लोकप्रिय सुपर स्टार, लेकिन रजनीकांत के लिए कंडक्टर से सुपर स्टार बनना इतना आसान नही था. इसके साथ ही आपको बतादें की रजनीकांत ने अभिनय के लिए कोई प्ररंभीक शिक्षा भी नही लिया था….रजनीकांत कहते हैं की बस कंडक्टर के दौरान ही अभिनय का गुण सिखनें लगे थे.


रजनीकांत का जन्म 1950 में कर्नाटक में हुआ.

सुपर स्टार रजनीकांत का जन्म 12 दिसम्बर 1950 को हिन्दुसतान के कर्नाटक प्रदेश के बैंगलूर में था. कहा जाता हैं की रजनीकांत का परिवार मराठी था, लेकिन उनकी परिवार कर्नाटक जा कर बस गई थी. रजनीकांत की माता का नाम रामबाई था और पिता का नाम रामजीराव था, जो पुलिस कांस्टेबल थे. राजनीकांत ने पत्रकारों से बात करतें हुए कहा था की उस समय उनकी आर्थिक स्थिती ठिक नही थी. जिस कारण उन्हें छोटी सी उर्म में ही काम करना शुरु कर दिया. इसके साथ ही रजनीकांत के नाम को लेकर भी कई चर्चा रहा हैं, दरअसल रजनीकांत मराठी पृष्ठभूमि से थे, इस लिए उनका नाम योद्धा “छ्त्रपति शिवाजी” के नाम पर रखा गया था.

 

5 साल की उम्र में माँ ने दुनिया को कहा अलविदा

जिस उम्र में बच्चों को सबसे अधिक अपनी माँ की सहरा की जरुत होती हैं उसी उम्र में रजनीकांत ने आपनी माँ को खो दिया था, और उनकी माँ 5 साल की उम्र में ही इस दुनिया को
अलविदा कह दिया था…..

रजनीकांत को पढ़ाई के साथ आध्यात्मक में थी रुचि

रजनीकांत ने अपनी प्ररांमभिक शिक्षा गाविपुरम गवर्नमेंट कन्नड़ मोर्डन प्राइमरी स्कूल से की थी रजनीकांत को पढाई लिखाई के साथ- साथ उन्हें आध्यात्मक में भी खासी रूचि थी, जिसके कारण उनकी बाकि की शिक्षा “रामकृष्ण मठ” में किया था.

रजनीकांत ने कभी सोचा भी नही था की ओ एक दीन फिल्मो में अभिनय करगें, हाल्की ओ बतातें हैं की उन्हें फिल्मो में काम करने का शौक था, जिसके लिए दोस्तों के कहने पर रजनीकांत ने 1973 में एक्टिंग में डिप्लोमा लेने के लिये “मद्रास फिल्म इंस्टिट्यूट” में दाखिला लिया. और वह उसी इंस्टिट्यूट में ही एक नाटक में भाग लिया करतें थे. जिसके बाद एक नाटक के दौरान उन पर फिल्म निर्देशक के. बालाचंदर की नजर पड़ी. बालाचंदर जी रजनीकांत के अभिनय से बहुत अधिक प्रभावित हुए. और रजनीकांत को अपनी फिल्म में अभिनय का प्रस्ताव दिया, और रजनीकंत ने भी तुरंत स्वीकार कर लिया, जो फिल्म का नाम अपूर्वा था. हाल्की इस फिल्म में रजनीकंत का किरदार बहुत ही छोटा था, लेकिन छोटा ही अभिनय में रजनीकांत ने सबकी ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर लिया था. बालचंदर जी रजनीकांत का अभिनय देख कर उन्हें तमिल भाषा सिखनें की सलाह दी. जिसके बाद रजनीकंत बालचंदर जी की बात मानी और उन्हों ने तमिल भाषा सिखाना शुरु कर दिया.

190 से आधिक फिल्मों में काम किया…..

फिर एक बाद एक तमिल भाषा के साथ साथ हिन्दी भाषी कोई सुपर हिट फिल्म दिए … कहा जाता हैं की रजनीकांत ने लगभग 190 फिल्मो में काम किया है. जिनमे तमिल, कन्नड़, तेलगु, मलयालम, हिंदी, इंग्लिश एवं बंगाली फिल्मे शामिल हैं. इन फिल्मो के लिए उन्हें बहुत सारे अवार्ड्स से सम्मानित भी किया गया हैं. रजनीकंत को फिल्मों के लिए अवार्ड्स के साथ साथ साल 2016 में भारत सरकार के तरफ से पद्म विभूषण देकर सम्मानित किया हैं.

एक इंटरव्यू के दौरान हुआ था रजनीकंत को प्यार

इसके साथ ही रजनीकंत की शादी की कहानी भी बहोत रोचक हैं दरअसल कहा जाता हैं की रजनीकांत की जिस लड़की यानी रंगाचारी से शादी की हैं, उसने कॉलेज के मैगज़ीन के लिए रजनीकांत का इंटरव्यू लिया था, तभी रजनीकांत को रगांचरी प्यार हो गया. और साल 1981 में 24 फरवरी को रंगाचारी और रजनीकांत ने शादी कर लिया. रजनीकंत की एक स्कुल चलाती हैं जिसका नाम पत्नी “दी आश्रम ”हैं।

 

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