G- 20 ( श्रम भागीदारी समूह) की बैठक के बाद विभिन्न देशों के प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष का भ्रमण किया। इस दौरान सभी विदेशी प्रतिनिधियों का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। सभी प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने विश्व विरासत स्थली प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के भग्नावशेष “जो पूरी दुनिया को ज्ञान की रोशनी दी थी” का बारीकी से अवलोकन किया एवं उसके बारे में जानकारी प्राप्त की। ज्ञान की स्थली पर आकर सभी सदस्य खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। G- 20 के चीफ कोऑर्डिनेटर बी सुरेन्द्रम ने कहा कि नालंदा खंडहर एवं आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय ज्ञान का भंडार है। इन स्थलों का भ्रमण करके इन्हें ज्ञान की नई ऊर्जा मिलेगी।गौरतलब है की 20 देशों के 75 डेलीगेट्स नालंदा खंडहर के भ्रमण को लेकर पहुंचे थे।भ्रमण के दौरान एक डेलीगेट्स प्रचंड गर्मी के कारण तबियत बिगड़ की जिसका चिकित्सीय इलाज किया जा रहा है।