भागलपुर के सबौर प्रखंड स्थित ममलखा रामनगर गांव में गंगा का कटाव लोगों की ज़िंदगी पर कहर बनकर टूट रहा है। हर गुजरते दिन के साथ मिटती ज़मीन के साथ-साथ लोगों की उम्मीदें भी डूब रही हैं। गांव में अब तक कई घर गंगा में समा चुके हैं। जो बचे हैं वे भी हर पल अपने आशियाने को खोने के डर में जी रहे हैं।कटाव पीड़ितों की हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि एक वृद्ध महिला ने आंखों में आंसू लिए कहा नमक पानी पीकर दिन काट रहे हैं.
खाने को कुछ नहीं है सरकार से अब तक कोई मदद नहीं मिली।यह दर्द केवल एक महिला का नहीं बल्कि पूरे गांव की बेबसी है जो प्रशासन की अनदेखी से और गहरी होती जा रही है।ग्रामीणों ने सरकार और जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि समय रहते राहत और पुनर्वास की व्यवस्था की जाए वरना गंगा का रौद्र रूप और भी कई जिंदगियों को निगल सकता है.