NEWSPR डेस्क। बेटियों के विकास एवं उनके अधिकारों की रक्षा के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों की ओर से कई अलग-अलग योजनाएं चलाई जाती हैं। इसी कड़ी में असम सरकार की ओर से संचालित ‘अरुंधति स्वर्ण योजना’ (Arundhati Gold Scheme) भी शामिल है।
इसमें बेटी की शादी पर राज्य सरकार की ओर से तोहफे के तौर पर उन्हें 10 ग्राम सोना दिया जाता है। इससे लड़की को आर्थिक मदद मिलती है। अगर आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहती हैं तो इसके लिए आवेदन करना होगा। तो क्या है प्रक्रिया और जरूरी शर्तें आइए जानते हैं।
बेटियों के अधिकारों की रक्षा के लिए स्कीम अरुंधति गोल्ड स्कीम में विवाह पंजीकरण करने वाली महिलाओं के अधिकारों की रक्षा होती है। योजना का उद्देश्य उस बालिका के माता-पिता को सुविधा प्रदान करना है, जो आर्थिक रूप से मजबूत नहीं है।
चूंकि हर माता—पिता का सपना होता है कि वह अपनी बेटी को शादी में कुछ सोना उपहार दें। ऐसे में राज्य सरकार अरुंधती योजना के जरिए समाज के हर वर्ग को मजबूत बनाने की कोशिश कर रही है। इसी के चलते हर बेटी को उसके विवाह पर सरकार की ओर से 10 ग्राम सोना दिया जाता है।
योजना के लिए कौन कर सकता है आवेदन –
- अरुंधति स्वर्ण योजना का लाभ लेने के लिए लड़की की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए। साथ ही उसकी शादी का रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।
- योजना का लाभ लेने के लिए दुल्हन के परिवार की सालाना आमदनी 5 लाख रुपए से कम होनी चाहिए।
- योजना का लाभ पहली बार शादी करने पर ही मिलेगा। इसलिए लड़की की उम्र कम से कम 18 और लड़के की आयु कम से कम 21 वर्ष होनी चाहिए।
लड़कियों की शिक्षा का भी सुधरेगा स्तर बहुत से पिछड़े इलाकों या गांव में लड़कियों की शादी कम उम्र में कर दी जाती है। इससे उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो पाती है। साथ ही उनके स्वास्थ पर भी बुरा असर पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के मकसद से असम सरकार की ओर से अरुंधति स्कीम चलाई जा रही है। योजना का मकसद लड़कियों को शिक्षा के प्रति जागरुक करना है। साथ ही उन्हें जिंदगी के नए सफर में आर्थिक सहायता प्रदान करना है।