कटिहार में इस बार भी बंगाल की परंपरा के अनुरूप भव्य काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है। इनमें से सबसे प्रमुख आयोजन कटिहार ओ.टी. पारा सेंट्रल कॉलोनी काली पूजा समिति द्वारा किया जा रहा है। समिति ने इस वर्ष लगभग 20 लाख रुपए की लागत से एक बेहद आकर्षक और कलात्मक पंडाल तैयार कराया है।जानकारी के अनुसार, बंगाल से आए कुशल कारीगरों ने करीब 20 दिनों की कड़ी मेहनत से इस पंडाल को साकार किया है। पंडाल की भव्यता और उसमें झलकती शिल्पकला को देखने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
समिति के सदस्यों का कहना है कि इस वर्ष का पंडाल भक्ति और भव्यता का सुंदर संगम है। इसमें इस्तेमाल की गई सजावट और कलाकृति न केवल स्थानीय कारीगरों की प्रतिभा दर्शाती है, बल्कि बंगाल की पारंपरिक कला का भी उत्कृष्ट उदाहरण पेश करती है।पूजा के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर भी विशेष तैयारियां की गई हैं, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। आयोजन समिति ने भक्तों के लिए सुविधाजनक व्यवस्थाएं की हैं, जिससे पूजा का अनुभव सुखद और यादगार बन सके।समिति के अनुसार, काली पूजा का यह आयोजन सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान भर नहीं, बल्कि समुदाय में एकता और सांस्कृतिक परंपरा को सशक्त करने का प्रयास भी है।इस भव्य आयोजन ने न केवल कटिहार की काली पूजा को एक नई पहचान दी है, बल्कि आसपास के इलाकों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित किया है। पंडाल की सुंदरता और भव्यता ने विशेषकर युवाओं और बच्चों को मंत्रमुग्ध कर दिया है।