NEWSPR डेस्क। कोरोना संक्रमण दिन पर दिन बढ़ता ही जा रहा हैं जिसको लेकर दुनिया भर के रिसर्चर और वैज्ञानिक कोरोना के टिके को बनाने में लगी हुई हैं। बहुत सारे देश टिका बनाने का दावा भी कर चुके हैं पर अभी तक कुछ कहा नहीं जा सकता।
भारत में भी कोरोना का टिका बनाने में तमाम विशेषज्ञ जुटे हुए हैं और एक वैक्सीन के तीसरे ट्रायल की परिक्षण की तैयारी शुरू हो चुकी हैं। हरियाणा में शुक्रवार यानी 20 नवंबर से कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू हो जाएगा। हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को अंबाला के नागरिक अस्पताल में शुक्रवार सुबह 11 बजे ही रोहतक पीजीआई के विशेषज्ञों और स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में वैक्सीन दी जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वेच्छा से कोवैक्सीन के परीक्षण में भाग लिया है. बता दें कि उन्हें हैदराबाद की फार्मा कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दवा की खुराक दी जाएगी.को-वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल पीजीआईएमएस रोहतक, हैदराबाद व गोवा से शुरू होगा।
इसके तहत तीनों संस्थानों में 200-200 वालंटियर्स को शुक्रवार से वैक्सीन की डोज दी जाएगी। यह डोज छह-छह एमजी की होगी। पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी और 48 दिन बाद उनके शरीर में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी। सही परिणाम मिलने पर देशभर में चिह्नित 21 संस्थानों में कुल 25,800 वालंटियरों को यह डोज दी जाएगी. यह जानकारी बुधवार को पीजीआई के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने दी.
उन्होंने बताया कि को-वैक्सीन के खतरे काफी कम हैं. अभी तक की रिसर्च में एक दो वालंटियर को हल्का बुखार व टीके के स्थान पर दर्द जैसी समस्या आई है. हमारे सभी वालंटियर स्वस्थ हैं और अभी तक किसी को कोरोना होने की रिपोर्ट भी नहीं है. रिसर्च में देखा जाएगा कि वैक्सीन का क्या साइड इफेक्ट है और इसका असर कितने दिन रहता है. क्योंकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि वैक्सीन लगने के बाद बनने वाली एंटीबॉडी का असर कितना समय रहता है.आगामी एक साल तक वालंटियरों के अंदर एंटीबॉडी की जांच होगी.
इसके अलावा कुलपति ने बताया कि फरवरी के बाद वैक्सीन बाजार में आ सकती है. फिलहाल भारत बॉयोटैक कंपनी इस वैक्सीन पर शोध करवा रही है. शोध में सफल होने पर आईसीएमआर की ओर से वैक्सीन निर्माण के लिए संबंधित कंपनी को दिया जाएगा.उसके बाद बाजार में वैक्सीन उपलब्ध होगी. उन्होंने यह भी बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन शुक्रवार को मॉड्यूलर ओटी का उद्घाटन करेंगे. अगर इस वैक्सीन के परिक्षण के बाद सब कुछ सही रहा तो ये भारत के लिए बड़ी कामयाबी होगी।