NEWSPR डेस्क। शराबबंदी को लेकर भाजपा और जदयू दो ओर नजर आ रही। जहां एक ओर बीजेपी के कुछ नेता शराबबंदी हटाने की मांग करने वाले बयान दे रहे। वहीं दूसरी ओर जदयू उन्हें ऐसा न करने की बात कर रही। पटना में गुरुवार को जदयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने शराबबंदी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मांग की कि शराबबंदी के खिलाफ बोलने वाले बीजेपी नेताओं को समझाएं कि वो ऐसा न करें।
उन्होंने कहा कि जब बिहार में शराबबंदी कानून लागू की गई थी। तब बिहार के सभी राजनीतिक दलों ने एक साथ मिलकर इसका शपथ लिया था और इसे लागू कराने की बात कही थी। वहीं आज कुछ राजनीतिक दल और नेता इसके समर्थन में बोल रहे हैं। यह उनकी शराब बंदी के खिलाफ मानसिकता को दर्शाता है।
बलियावी ने बीजेपी के विधायक हरि भूषण ठाकुर के बयान पर प्रहार करते हुए कहा है कि जिस तरीके से हरी भूषण ठाकुर ने कहा कि बिहार में शराबबंदी को हटा देना चाहिए। उस पर उन्हें अपने शीर्ष नेतृत्व से बात करनी चाहिए क्योंकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पटना के गांधी मैदान की जनसभा में शराबबंदी कानून को लेकर तारीफ की थी।
बलियावी ने यह सवाल खड़ा किया है कि जब उनके आलाकमान इस कानून की सराहना करते हैं। तो उनके छोटे नेता इस तरीके के बयान हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शराबबंदी कानून के खिलाफ क्यों दे रहे हैं। अब इस पर उनके शीर्ष नेतृत्व को जवाब लेना चाहिए।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि शराबबंदी को लेकर राजद और भाजपा में मैच फिक्सिंग चल रहा। यही वजह है कुछ लोग नशे में बयान दे रहे, जैसे जैसे सरकार टाइट हो रही है। वैसे वैसे कुछ विधायक बौखलाते जा रहे।
पटना से रमन राय की रिपोर्ट