बिहार में मानसून की आहट के साथ मौसम विभाग ने एक अहम चेतावनी जारी की है। 16 और 17 जून 2025 को राज्य के विभिन्न हिस्सों में तेज हवाओं (40 किमी/घंटा तक) के साथ मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। बिहार मौसम सेवा केंद्र के निदेशक डॉ. सीएन प्रभु ने बताया कि उत्तर और मध्य बिहार में मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है, जिससे बाढ़ और जलभराव का खतरा गंभीर हो गया है।
डॉ. प्रभु के अनुसार, उच्च तापमान और अत्यधिक नमी मानसूनी बारिश को और तेज कर सकते हैं। इससे राज्य के निचले इलाकों में पानी भरने और स्थानीय बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने कटिहार, अररिया, पूर्णिया, मधेपुरा और किशनगंज जैसे जिलों को विशेष सतर्कता की श्रेणी में रखा है।
आज कटिहार में अधिकतम तापमान 44.4°C और पूर्णिया में न्यूनतम 24.2°C रिकॉर्ड किया गया, जो गर्मी और नमी के खतरनाक मिश्रण की ओर इशारा करता है। रोहतास में 66.5% और बांका में 31.3% आर्द्रता दर्ज की गई है, जो अलग-अलग क्षेत्रों में मौसमी असंतुलन को दर्शाता है।
राज्य सरकार ने संभावित प्रभावित जिलों में राहत एवं बचाव दलों को तैयार रहने का निर्देश दे दिया है। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे मौसम से जुड़े अपडेट्स पर नज़र रखें और सतर्क रहें, खासकर निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोग।
डॉ. प्रभु ने आगे बताया कि 16 जून को कटिहार, पूर्णिया, अररिया और किशनगंज में मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि 17 जून को बारिश की रफ्तार और क्षेत्र दोनों में विस्तार हो सकता है। आने वाले 24 से 48 घंटों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है।