बिहार के इस गांव में हिंदू हर साल मनाते हैं मुहर्रम, निकालते हैं ताजिया, जानिए क्यों

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। कटिहार के हसनगंज प्रखंड के मोहम्मदिया हरिपुर गांव के हिंदू समाज के लोग हर साल मुहर्रम मनाते हैं। अपने पूर्वजों द्वारा किए गए वादे को निभाने यहां के हिंदू समुदाय के लोग हर साल ताजिया निकालते हुए मुहर्रम मनाते हैं। मुहर्रम मनाने वाले लोग सभी समुदाय के हैं और इसमें से ज्यादा से ज्यादा लोग हिंदू समुदाय के हैं।

दरअसल गांव के ग्रामीण राजेंद्र साह, जय प्रकाश साह, शंकर साह और विकास कुमार साह कहते हैं कि उनके पूर्वज छेदी साह और वकाली मियां की गहरी दोस्ती थी। जब वकाली मियां यह इलाका छोड़कर जा रहे थेतो उन्होंने अपने मित्र को हर साल इस मजार पर मोहर्रम मनाने का वादा लिया था। इस वादे को रखने के लिए ही कई वर्ष बीतेने के बावजूद भी पीढ़ी दर पीढ़ी भी इस गांव के लोग आज भी मुहर्रम मनाते हैं।

पूर्व प्रमुख मनोज मंडल का कहना है कि इस गांव का यह एक अनोखा इतिहास है। जिससे न सिर्फ सौहार्द झलकता है, बल्कि एक मित्र द्वारा अपने मित्र से किए गए वादे को निभाने के लिए आज भी कैसे पीढ़ी दर पीढ़ी के लोग इसे कायम रखे हुए हैं,। इतना ही नहीं उनका कहना है कि गांव के हिंदू परिवारों की बड़ी आबादी रोजा रखती है और पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार ताजिया का जुलूस निकालती है। इस जुलूस में  दोनों समुदायों के लोगों की सहभागिता रहती है।

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