72 घंटे के अल्टीमेटम के साथ छठे दिन भूख हड़ताल समाप्त, जेएनयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया सम्बोधित

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। सेना द्वारा बंद किए गए लोदीपुर-चांदमारी सड़क समेत दानापुर के सभी बंद रास्तों को खोलने के लिए सत्याग्रह के छठे दिन एवं भूख हड़ताल के तीसरे दिन आंदोलन खत्म हुआ। लोदीपुर-चांदमारी सड़क बचाओ आंदोलन एवं ऑल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेशन(AISF) के बैनरतले जारी भूख हड़ताल में एआईएसएफ के राज्य सह सचिव जन्मेजय कुमार, लोदीपुर-सड़क बचाओ आंदोलन के महासचिव उमेश कुमार उर्फ पप्पू,सचिव सोनू कुमार,प्रदीप कुमार,अशोक राय, रजनीश कुमार, भक्ति भूषण, राहुल कुमार,साहिल कुमार बैठे थे। छात्रों एवं ग्रामीणों का भूख हड़ताल आज वरिष्ठ पत्रकार निवेदिता झा एवं जेएनएल कॉलेज खगौल के असिस्टेंट प्रोफेसर शशिकांत प्रसाद ने जूस पिलाकर समाप्त कराया।

देश के चर्चित छात्र नेता एवं जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने दिल्ली से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सेना द्वारा 15 माह से अधिक समय से रास्ता बंद किया जाना दुःखद एवं चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई नागरिकों एवं सरकार के बीच है न कि सेना और नागरिकों के बीच। उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपनी जिम्मेदारियों को पूरा नहीं करती है तो जनता के पास ताकत है कि वह सरकार को भी बदल दे। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों का प्रतिनिधिमंडल उनसे पटना में मिला था।जिसके बाद वे मुख्यमंत्री से मिले थे और मुख्यमंत्री ने वैकल्पिक मार्गों के शीघ्र निर्माण एवं मार्गों के निर्माण तक पुराने रास्ते को खोलने का भरोसा दिलाया था। डीपीएस की बसों की तरह अन्य ग्रामीणों को पुराने रास्ते से जाने देने को बिल्कुल जायज माँग बताते हुए उन्होंने कहा कि वे ग्रामीणों की लड़ाई में वे पूरी तरह साथ हैं। उन्होंने पुनः मुख्यमंत्री एवं केंद्र सरकार से वार्ता की पहल करने की बात कही।

वरिष्ठ पत्रकार एवं बिहार महिला समाज की कार्यकारी अध्यक्ष निवेदिता झा ने रास्ता बंद होने को बेहद संवेदनहीन व अमानवीय कार्रवाई बताते हुए कहा कि खासकर महिलाओं व बच्चियों के प्रति यह सरकार सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करती है जबकि हकीकत कुछ और है? किसी प्रेग्नेंट महिला का उतना देर लंबा रास्ता तय करने पर जान भी जा सकती है। डीपीएस की बसें अगर उसी रास्ते से जा सकती हैं तो ग्रामीण क्यों नहीं जा सकते। उन्होंने कहा कि वे इस लड़ाई में हर कदम साथ है।

दानापुर सीओ डॉ. मुकुल कुमार लगभग डेढ़ बजे आकर जिला पदाधिकारी को प्रेषित ज्ञापन लिया और शीघ्र हीं वार्ता होने पर ग्रामीणों एवं छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को सूचित करने की बात कही। अध्यक्षता करते हुए एआईएसएफ के राष्ट्रीय सचिव सुशील कुमार ने कहा कि 100घंटे के सत्याग्रह के दौरान जिला प्रशासन मामले के निष्पादन या वार्ता कराने में विफल रही।उन्होंने सीओ को बताया कि छात्रों एवं ग्रामीणों ने तय किया है कि अगर 72 घंटे में कोई ठोस पहल नहीं होती है तो आंदोलनकारी बेमियादी भूख हड़ताल या उग्र आंदोलन की राह अपनाएंगे।

इससे पहले डॉक्टरों की टीम एक एम्बुलेंस के साथ पहुँची। टीम में दानापुर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. रामभवन सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य जाँच किया और शीघ्र अनशन समाप्त कराए जाने की बात कही। वहीं भूख हड़ताल समाप्त कराने के वक़्त हरसिंगार का पौधा लगाया गया। इस मौके पर एआईएसएफ नेता अमन लाल ने क्रांतिकारी गीत प्रस्तुत किया। इस दौरान लोदीपुर-चांदमारी सड़क बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष अशोक कुमार यादव, एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष भाग्य भारती, जिलाध्यक्ष अक्षय कुमार, पप्पू कुमार, रामलगन राय, शी राम ओझा,ज्ञानती देवी,चिन्ता देवी,किशोरी प्रसाद, दयानंद राय, जयप्रकाश राय, ऋत्विक,सुधीर कुमार, शिवम कुमार,शुभम कुमार,रामजन्म राय, अखिलेश्वर प्रसाद, अरुण कुमार सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।

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