NEWSPR डेस्क। बिहार में अब बालू के अवैध खननकरने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। इसे लेकर पुलिस बहुत सख्ती से कार्रवाई कर रही है। छोटे से बड़े स्तर के लोगों के गिरेवान तक पुलिस पहुंच रही। वहीं इसी मुद्दे को लकर खनन भूतत्व मंत्री जनक राम ने शुक्रवार को पूर्णिया के सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि जो भी गलत गतिविधियों में लगे हैं, उन्हें किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। बालू का अवैध कारोबार करने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
बालू का अवैध कारोबार करने वालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। हाईवा, ट्रैक्टर, ट्रक, जेसीबी को भी जब्त किया जा रहा है। इससे अवैध खनन करने वालों का मनोबल टूट रहा है। महंगा बालू बेचने के सवाल पर मंत्री जनक राम ने कहा इसके लिए स्थानीय स्तर के पदाधिकारियों द्वारा जांच की जाती है। अगर कोई भी बात सामने आती है तो कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि अगस्त से सितंबर तीन महीने तक बालू के खनन पर रोक लगाया गया है। लेकिन इस दौरान सरकारी और गैरसरकारी काम के लिये सरकार के पास 15 करोड़ 60 सीएफटी का बालू स्टॉक है। बगैर पंजीकरण के ईंट भट्ठा चलाने वालों पर भी मंत्री ने कार्रवाई की बात कही है। खनन मंत्री ने बताया की औरंगाबाद और गया में उच्च गुणवत्ता का क्रोमियम निकिल मिला है जबकि रोहतास में पोटाश और नवादा के रजौली में अबरख का भंडार मिला है। इसके साथ भागलपुर के कहलगांव में फायर क्ले मिला है। जो ईंट निर्माण के दौरान प्रदूषण होने से बचाता है। इससे अर्थ जगत में क्रांति आएगी। किसी को किसी भी तरह की अवैध खनन या महंगा बालू बेचने की कोई सूचना मिलती है तो संबंधित विभाग कै सूचित करें। 24 घंटे के भीतर कार्रवाई होगी।
पूर्णिया संवादाता पारस सोना