योग गुरु बाबा रामदेव के एलोपैथिक दवाओं पर दिए बयान और उनके वायरल वीडियो पर बवाल अभी भी जारी है. एक न्यूज चैनल पर रामदेव के गर्मागर्म बहस के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के महासचिव जयेश लेले ने मंगलवार को योग गुरु पर फिर हमला बोला. डॉक्टर लेले ने कहा कि वह बाबा रामदेव के 25 सवालों का दस्तावेजों के साथ जवाब देंगे. उनकी टीम इस पर काम कर रही है. उन्होंने साथ ही कहा कि वह बाबा रामदेव पर कानून कार्रवाई करेंगे. इसके लिए कानूनी सलाह ली जा रही है.
रामदेव के सवालों का सबूतों के साथ जवाब देंगे
डॉक्टर लेले ने रामदेव पर हमला बोलते हुए कहा कि डॉक्टर दो साल से लगातार काम कर रहे हैं और रामदेव ने उनके ऊपर कीचड़ उछाला है. रामदेव के 25 सवालों पर डॉक्टर लेले ने कहा कि मैं डॉक्युमेंट तैयार करूंगा. मैं अच्छी तरह से डॉक्युमेंट के साथ में जवाब दूंगा. दुनियाभर में जो दवा चल रही हैं, पूरा दस्तावेज उनको भेजूंगा.
डॉक्टर लेले के रामदेव से सवाल
रामदेव ने एलोपैथी को खराब चिकित्सा पद्धति बताया तो डॉक्टर लेले ने पूछा कि रामदेव को बताना चाहिए कि उन्होंने कोरोना के कितने अस्पताल खोले हैं. उनके पास 500 बेड का भी अस्पताल नहीं है. डॉक्टर जयेश ने इसके साथ ही बाबा रामदेव की योग्यता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उनके पास आयुर्वेद की क्या योग्यता है? वह एलोपैथी पर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन क्या उन्होंने इसकी पढ़ाई की है?
रामदेव पर FIR कराने की भी तैयारी
उन्होंने आगे कहा कि उनकी पूरी टीम रामदेव के सवालों के ऊपर काम कर रही है. उन्होंने कहा, “हम उनके सभी सवालों के जवाब देंगे. आईएमए के डॉक्टर हमें फोन करके पूछ रहे हैं कि रामदेव किस तरह की हास्यास्पद बात कर रहे हैं.” डॉ. लेले ने कहा कि आज शाम को हम कानूनी राय लेंगे और उनके खिलाफ एफआईआर करवाई जाएगी. बाबा रामदेव ने अभी तक माफी नहीं मांगी है.
कोरोनिल पर भी उठाया सवाल
डॉक्टर लेले ने कहा कि डॉक्टर इतने व्यस्त हैं, 747 डॉक्टरों की पिछले साल मौत हुई, उन्होंने वैक्सीन ली ही नहीं थी. दूसरी लहर में 500 के करीब डॉक्टरों की जान गई है. रामदेव जो दावा कर रहे हैं, वह गलत है. उन्होंने रामदेव के दावे पर कहा, “पतंजलि की कोरोनिल खाकर लोग ठीक हो गए हैं, वह इस बात को इंटरनैशनल जर्नल में क्यों नहीं प्रकाशित करवा देते हैं.”
बयान वापस लेने के बाद रामदेव के 25 सवाल
ध्यान रहे कि योग गुरु रामदेव ने एलोपैथिक दवाओं पर अपने हालिया बयान को वापस लेने के लिए मजबूर किए जाने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) से 25 सवाल पूछे. अपने ट्विटर अकाउंट पर खुला पत्र जारी करते हुए रामदेव ने आईएमए से उनके 25 सवालों का जवाब देने को कहा.
आईएमए ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए उस वीडियो पर आपत्ति जताई थी जिसमें रामदेव ने दावा किया है कि एलोपैथी ‘बकवास विज्ञान’ है और भारत के औषधि महानियंत्रक द्वारा कोविड-19 के इलाज के लिए मंजूर की गई रेमडेसिविर, फेवीफ्लू तथा ऐसी अन्य दवाएं कोविड-19 मरीजों का इलाज करने में असफल रही हैं.
कौन हैं डॉ. लेले?
डॉ. जयेश एम लेले इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) के महासचिव हैं. वो 2016 से 2020 तक आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड के सचिव रहे थे. उससे पहले 2015 से 2016 तक आईएमए महाराष्ट्र स्टेट के अध्यक्ष रह गए थे. इसके अलावा भी उन्होंने अलग-अलग पद संभाले हैं और कुछ अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किए गए हैं. वो रामदेव के बयानों पर लगातार आक्रोश जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने टीवी डिबेट में भी रामदेव को कड़े शब्दों में जवाब दिया था. उन्होंने रामदेव के सामने उनकी पतंजलि की दवा कोरोनिल पर भी सवाल उठाया.