आजकल फर्जी सरकारी विज्ञापन निकाल कर लोगों को नौकरी लगवाने के नाम पर ठगा जा रहा है. इस ठगी को अंजाम देने के लिए अपराधी व्हाट्सऐप के साथ ही साथ सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं. ऐसा ही एक ताजा मामला बिहार के रोहतास जिले से आया है जहां स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर एक फर्जी विज्ञापन वायरल किया गया. अपराधियों ने रोहतास के स्वास्थ्य विभाग में फर्जी नियुक्ति के संबंध में इंटरनेट मीडिया पर नोटिस वायरल कर दी. इसपर सिविल सर्जन का जाली हस्ताक्षर भी कर दिया. इस फर्जी नियुक्ति विज्ञापन के माध्यम से नौकारी के नाम पर ठगी की मंशा थी, लेकिन मामला सामने आ गया.
सीएस, एसीएमओ व वरीय उप समाहर्ता के हस्ताक्षर से जारी उक्त पत्र के प्रकाश में आने के बाद अधिकारियों के कान खड़े हो हुए. विभागीय स्तर पर व जिला प्रशासन ने आनन फानन में रविवार को बयान जारी कर पत्र के फर्जी होने और लोगों को सावधान रहने की अपील की है. सीएस डॉ. सुधीर कुमार ने कहा कि यह वायरल पत्र बिल्कुल फर्जी है और विभाग का इससे कोई लेना देना नहीं है. स्वास्थ्य विभाग ने बयान जारी कर इसे गलत बताया है. उन्होंने लोगों से सावधान रहने की अपील की है.
जाली विज्ञापन को ले दर्ज कराई FIR
सिविल सर्जन ने वायरल किए गए विज्ञापन में अपने हस्ताक्षर को जाली बताया है. दर्ज एफआइआर में कहा गया है कि माफिया तत्वों द्वारा नियुक्ति के संबंध में विज्ञापन वायरल कर नौकरी दिलाने के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसा ऐंठने की मंशा थी. नियुक्ति के संबंध में वायरल किए गए विज्ञापन में विशेषज्ञ डॉक्टर ,आयुष चिकित्सक, नर्स, फार्मासिस्ट ,ऑपरेटर समेत अन्य पदों के लिए स्वास्थ समिति की ओर से नियुक्ति किए जाने की बात कही गई है.
अन्य विभागों में भी फर्जी वैकेंसी निकाली
इस संबंध में स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसे ही फर्जीवाड़ा कर पूर्व में माफिया ने नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखो रुपए हड़प लिए गए हैं. रेल, स्वास्थ्य व अन्य विभाग में नौकरी के नाम पर अलग-अलग बहाने से पैसे ऐंठे, लेकिन नौकरी नहीं मिली. काम न होने पर जब पीडि़तों ने रुपए वापस मांगे तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी देनी शुरू कर दी. पुलिस में शिकायत पर भी न्याय नहीं मिल पाता है.
क्या था पूरा मामला?
जिला स्वास्थ्य समिति रोहतास के नाम पर एक पत्र वायरल किया गया था जिसमें कोविड-19 संक्रमण से रोकथाम व बचाव के लिए विभिन्न पदों पर स्थाई रूप से ऊंचे वेतनमान पर नियुक्ति की अधिसूचना दिखाई गई थी, जिसमें विशेषज्ञ चिकित्सक के तीन, सामान्य चिकित्सक के दो,आयुष चिकित्सक के चार, फार्मासिस्ट के पांच, डाटा एंट्री ऑपरेटर के 20, मल्टी परपस हेल्पर के पांच, अटेंडेंट के 15, प्रयोगशाला विशेषज्ञ के 18 और नर्स के 90 पदों की बहाली दर्शाई गई थी.