बिहटाः शहीद जवान सुनील कुमार को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। हल्दी छपरा घाट पर सेना, प्रशासनिक अधिकारियों और भारी जनसमूह की मौजूदगी में शहीद जवान का अंतिम संस्कार हुआ। जहां लोगों ने शहीद सुनील कुमार अमर रहे के साथ साथ भारत माता की जय के भी नारे लगाए। इस दौरान लोगों के चेहरे पर चीन के खिलाफ आक्रोश भी देखने को मिला। दरअसल भारत और चीन के साथ सीमा विवाद में शहीद हुए 20 जवानों में से 5 जवान बिहार के थे। जिनका बुधवार को शव पटना एयरपोर्ट पर लाया गया और उसके बाद उनके पैतृक गांव भेज दिया गया। जिसके बाद शहीद के शव पहुंचने के बाद लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। बता दें आपको कि बिहटा के रहने वाले सुनील कुमार लद्दाख के गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प में शहीद हो गए थे।
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आपको बता दें कि शहीद सुनील कुमार का पार्थिव शरीर गुरुवार की सुबह दानापुर छावनी से पैतृक गांव बिहटा के तारानगर ले जाया गया। वहां से फिर हल्दी छपरा घाट के लिए शव यात्रा निकाली गई। शहीद सुनील कुमार के अंतिम दर्शन करने के लिए पूरा गांव ही उमड़ पड़ा। वहीं शहीद जवान की पत्नी, मां और पिता के आंखों से गिर रहे आंसू थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। वहीं दूसरी तरफ लोगों को अपने वीर सपूत की शहादत पर गर्व भी हो रहा है।
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वहीं आज यानी कि गुरुवार को शहीद सुनील को अंतिम विदाई देने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। हल्दी छपरा घाट पर सेना, प्रशासनिक अधिकारियों और भारी जनसमूह की मौजूदगी में शहीद जवान का अंतिम संस्कार हुआ। जहां लोगों ने शहीद सुनील कुमार अमर रहे के साथ साथ भारत माता की जय के भी नारे लगाए। इस दौरान लोगों के चेहरे पर चीन के खिलाफ आक्रोश भी देखने को मिला।