कोरोना से होने वाली मृत्युदर में भारत दूसरे देशों की तुलना में संभला हुआ, बनायेंगे आत्मनिर्भर भारत: प्रधानमंत्री

Sanjeev Shrivastava


नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कोविड 19 को लेकर पहले लोगों में सतर्कता थी, लेकिन आज जब ज्यादा सतर्कता की जरूरत है तो लापरवाही बढ. रही है। यह चिंताजनक है। मंगलवार को देश के नाम अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस से दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में अपना देश संभली हुई स्थिति में है। लॉकडाउन में नियमों का पालन किया गया था। अब सरकारों, स्थानीय निकाय संस्थाओं को उसी प्रकार की सतर्कता दिखानी होगी। कंटेंमेंट जोन को देखना होगा। लापरवाही करने वालों को रोकना होगा।

पीएम ने यह भी कहा कि मास्क पहनने में लापरवाही हो रही है। दूसरे देश के पीएम पर लगे जुर्माने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चाहे देश का प्रधान हो या गांव का, सबके लिए नियम एक है। उन्होंने कहा कि एक और बात है जिसने दुनिया को आर्श्चयचकित कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान 80 करोड लोगों को पांच किलो गेंहू या चावल मुफ्त दिया गया। यानि अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाइ गुना, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना और इयू की आबादी से दो गुना ज्यादा आबादी को हमारी सरकार ने मुफ्त अनाज दिया है।

विभिन्न त्योहारों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि आने वाला वक्त त्योहारों का है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का विस्तार दीवाली और छठ पूजा यानि नवंबर माह के अंत तक जारी रहेगी यानी 80 करोड लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली योजना लागू रहेगी। इस विस्तार में 90 हजार करोड का खर्च होगा। पिछले तीन माह का खर्च जोडा जाये तो यह करीब डेढ लाख करोड तक जाता है। पूरे देश के लिए एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड की व्यवस्था की जा रही है। इसका लाभ वैसे साथियों को जो रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं। उन्होंने ईमानदार टैक्स देने वालों की प्रशंसा भी की। उन्होंने लॉकडाउन के दौरान बेहतर कार्य करने वाले कई राज्यों की प्रशंसा भी की। कोरोना से बचने के लिए उन्होंने देशवासियों से अपील किया कि वे गमछा, फेस कवर, मास्क का उपयोग करें।

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