देश और दुनिया में कोरोना काल चल रहा है और ऐसे में भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ते जा रहा है। मीडिया रिपोर्टस् के अनुसार भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में के पास चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए, वहीं इस झड़प के दौरान 43 चीनी सैनिकों के भी ढेर होने की खबर है। भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव पर अमेरिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने कहा है कि वह लद्दाख सीमा पर जारी इस तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है।
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इस बीच अमेरिकी मीडिया के अनुसार, चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने भारतीय सेना के जवानों के साथ आमने-सामने की लड़ाई में उलझकर भारती को उकसाया है। 15 जून की देर शाम और रात को हुई हिंसक झड़प चीनी सैनिकों द्वारा डी-एस्केलेशन के दौरान यथास्थिति को एकतरफा बदलने के प्रयास का एक नतीजा थी। वॉशिंगटन एग्जामिनर में एक ओपिनियन पीस में लिखा गया है कि चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए।
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मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि हम वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) के पास भारत और चीन की सेनाओं के बीच तनाव की स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। भारतीय सेना ने कल एक बयान जारी कर बताया था कि गलवान घाटी के पास 20 जवानों शहीद हुए हैं, हम उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि भारत और चीन दोनों ने डी-एस्केलेट करने की इच्छा व्यक्त की है और हम वर्तमान स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा कि 2 जून को अपनी टेलीफोनिक बातचीत के दौरान, राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति पर चर्चा की थी।