NEWSPR डेस्क। दुनिया की करीब 7.8 अरब आबादी में से 17.5% हिस्सा भारत का है। बढ़ती आबादी का अंदाजा इस बात से लगाएं कि अगले 10 साल में वह चीन को पछाड़ दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन सकता है। हमारे देश के हर वर्ग किलोमीटर में 464 लोग बसते हैं। 1980 के दशक में हमारी जनसंख्या वृद्धि दर 2.35% थी जो अब घटकर 1% पर आ गई है।
नैशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 की रिपोर्ट्स बताती हैं कि अधिकतर राज्यों में प्रजनन की दर घटी है। यह स्थिति 20% से ज्यादा मुस्लिम आबादी वाले राज्यों में भी देखने को मिली है। अगर यही स्थिति रही है तो कई राज्यों की आबादी इस दशक में स्थिर हो सकती है।
विश्व जनसंख्या दिवस पर उत्तर प्रदेश की सरकार 2021-30 के लिए नई जनसंख्या नीति लाने जा रही है। जनसंख्या नियंत्रण में मदद करने वालों के लिए इन्सेटिव्स का प्रावधान किया गया है। यूपी में 1901 से 1951 के बीच आबादी में 30% का इजाफा हुआ। हालांकि इसके बाद अगले 60 साल यानी 2011 तक 216% आबादी बढ़ गई। 2011 की जनगणना के अनुसार, यूपी की जनंसख्या में 20.23% का इजाफा हुआ। 2001 में यह दर 25% थी। हालांकि इसके बावजूद देश की जनसंख्या में यूपी का हिस्सा लगभग स्थिर है। यूपी के 57 जिले ऐसे हैं जहां का फर्टिलिटी रेट राष्ट्रीय औसत (2.1) से ज्यादा है।