भविष्य में होने वाले युद्धों में वायुसेना की भूमिका और तकनीकी क्षमता अहम होगी। इसी को ध्यान में रखते हुए भारत अब अपनी अगली पीढ़ी का स्वदेशी फाइटर जेट विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा चुका है। रक्षा मंत्रालय ने “एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट” (AMCA) प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है, जो भारत को आत्मनिर्भर रक्षा निर्माण की ओर एक बड़ी छलांग देगा।देश में ही बनेगा अगली पीढ़ी का लड़ाकू विमानइस परियोजना के तहत भारत में ही अत्याधुनिक तकनीक से लैस मध्यम श्रेणी का फाइटर जेट तैयार किया जाएगा। इसका उद्देश्य भारत की एयरोस्पेस इंडस्ट्री को सशक्त बनाना और विदेशी निर्भरता को खत्म करना है। अभी तक भारत को लड़ाकू विमानों के लिए अमेरिका, रूस और अन्य पश्चिमी देशों पर निर्भर रहना पड़ता है।
स्वदेशी विकास को मिलेगा बढ़ावारक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि AMCA परियोजना का विकास “एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी” (ADA) के नेतृत्व में किया जाएगा, जो DRDO के तहत कार्य करती है। इस परियोजना में सरकारी और निजी दोनों क्षेत्र की कंपनियों को भागीदारी का मौका मिलेगा। यह योजना भारत में रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में सरकारी-निजी साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।क्या होगी AMCA की खासियत?यह विमान 5वीं पीढ़ी की तकनीक पर आधारित होगा।इसमें स्टेल्थ तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे यह दुश्मन के रडार की पकड़ में नहीं आएगा।मल्टी-रोल कैपेबिलिटी होगी यानी यह एक साथ कई मिशन संभाल सकेगा।उन्नत एवियोनिक्स और स्वदेशी तकनीक से लैस होगा।15,000 करोड़ रुपये का आवंटनगौरतलब है कि अप्रैल 2024 में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) ने इस परियोजना के लिए 15,000 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। आने वाले समय में इस योजना से भारत को वैश्विक स्तर पर एक आधुनिक फाइटर जेट निर्माता के रूप में पहचान मिलेगी, जैसे अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन को मिली है।