NEWSPR डेस्क। एक सनकी प्रेमी ने एकतरफा प्यार में बिल्डिंग में ही आग लगा दी थी। जिसमें जिंदा जलकर सात लोगों की मौत हो गई। मामला इंदौर के स्वर्णबाग का है। इस मामले का आरोपी संजय उर्फ शुभम गिरफ्तार होने के बाद पागलों जैसी हरकतें कर रहा है। कभी बेहोश हो जाता तो कभी शरीर में पीड़ा होने की शिकायत करता।
आरोपी ने पुलिस के नाक में दम कर दिया है। पूछताछ में अजीबो-गरीब बातें कर रहा और कुछ भी बता नहीं रहा है। उसने अपनी मां से मिलने की इच्छा भी जताई थी। मां का कहना है कि वह अपने बेटे को नहीं देखना चाहती। घरवालों ने भी उससे दूरी बना ली है।
घटना के 18 गंटे बाद ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। रविवार को उसे विजयनगर थाने लाया गया। जहां उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने आरोपी से उसकी बाइक, पेट्रोल की बॉटल और मोबाइल जब्त किया है। शुभम को पुलिस सोमवार को निरंजनपुर स्थित उसके कमरे पर भी लेकर गई थी। वहीं इस मामले में पुलिस उसकी प्रेमिका की शिकायत पर रेप का केस दर्ज करने के साथ उसे अग्निकांड में सरकारी गवाह बनाने की तैयारी भी कर रही है।
विजयनगर की स्वर्णबाग कॉलोनी में दिल दहलाने वाली वारदात को अंजाम देने वाला सिरफिरा शुभम दीक्षित मंगलवार तक पुलिस रिमांड पर है। जिस युवती से बदला लेने के लिये शुभम ने इतने बड़े अग्निकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने उसके बयान लिए हैं, साथ ही उसे इस मामले में सरकारी गवाह बनाने की तैयारी भी पुलिस ने कर ली है। इसके साथ ही युवती पर हुए शोषण को लेकर भी पुलिस शुभम पर एक और केस दर्ज कर सकती है।
इस मामले को लेकर पुलिस ने जब परिवार से पूछताछ के लिए संपर्क किया तो उन्होंने ऐसे बेटे से कोई रिश्ता नहीं होने की बात कही। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि आरोपी के पिता देवेन्द्र जो रेलवे में इंजीनियर है। उन्होंने पढ़ाई नहीं करने और नशा करने जैसी हरकतों के चलते शुभम को घर से निकाल दिया था। लेकिन मां रेखा चोरी छिपे उसकी मदद करती थी।
अग्निकांड में बेटे का नाम आने के बाद झांसी में रहने वाली मां और तीन बड़े भाइयों को उससे पूरी तरह से दूरी बना ली है। इंदौर का यह मामले बेहद दर्दनाक था। जहां आरोपी ने पूरे बिल्डिंग में ही आग लगा दी थी। रात को अचानक आग लगने से अफरा तफरी मच गई थी। जिसमें कई लोगों का दम घुट गया औऐर कई लोग जलकर मर गए। वहीं प्रेमिका सहित कई लोग जख्मी भी हो गए। जिनका अस्पताल में इलाज जारी है।