NEWSPR डेस्क। जेडीयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने जन्माष्टमी पर प्रदेशवासियों को दी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन लोक कल्याण के लिये समर्पित रहा। उनका दर्शन अन्याय के विरुद्ध खड़े रहने का है। उनके द्वारा दिया गया कर्मयोग का संदेश आज भी प्रासंगिक है। साथ ही संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि श्रीकृष्ण ने गीता के माध्यम से जीवन जीने की कला सिखाई।
आज पूरे देश में जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। बिहार के कृष्ण मंदिरों में आज सुबह से ही ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ के जयकारे गूंज रहे हैं। हालांकि कोरोना संकट की वजह से भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर भव्य कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं लेकिन आज के इस पावन पर्व पर देशभर के श्रीकृष्ण मंदिर को सुंदर तरीके से सजाया गया है।
जन्माष्टमी : तिथि और शुभ मुहूर्त
* अष्टमी तिथि प्रारंभ: 29 अगस्त 2021 रात 11:25 से
* अष्टमी तिथि समाप्त: 31 अगस्त को सुबह 01:59 तक
* रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 30 अगस्त को सुबह 06 बजकर 39 मिनट
* रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 31 अगस्त को सुबह 09 बजकर 44 मिनट
* अभिजित मुहूर्त: – 30 अगस्त सुबह 11:56 से लेकर रात 12:47 तक
* गोधूलि मुहूर्त: – 30 अगस्त शाम 06:32 से लेकर शाम 06:56 तक
कुछ खास बातें
* कृष्ण जन्माष्टमी भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि यानी कि आठवें दिन मनाई जाती है
* पुराणों के हिसाब से तो भगवान कृष्ण की आयु 125 साल बतायी गई है जबकि पंडितों के हिसाब से भगवान की उम्र 110 साल थी।
* हर कोई जानता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने सिर्फ राधा से ही प्रेम किया है लेकिन फिर भी महाभारत, पुराणों या भागवत कहीं भी राधा का जिक्र नहीं है।
* राधा बरसाना की रहने वाली थीं, ऐसा कहानियों में वर्णित है लेकिन नंदगोपाल की यह मित्र या हमजोली नहीं बल्कि उम्र में उनसे बड़ी थीं।
* भगवान श्री कृष्ण के धनुष का नाम शारंग और अस्त्र का नाम सुदर्शन चक्र था। भगवान श्री कृष्ण की गदा का नाम कौमोदकी और शंख को पांचजन्य कहते थे।