NewsPRLive- जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधान पार्षद ,पटना विश्विद्यालय छात्र संघ के पूर्व महासचिव डॉ. रणबीर नंदन ने छात्रसंघ चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव की मांग की है।
उनका कहना है कि विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव एक स्वस्थ परम्परा है। अर्से से यह विश्वविद्यालयों में होता रहा है। लेकिन लिंगदोह समिति की सिफारिशें लागू होने के बाद कई विश्वविद्यालयों में यह अलग अलग कारणों से नहीं हुआ। बिहार में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी हमेशा छात्रसंघ चुनाव के पक्षधर रहे हैं। बीते कुछ वर्षों से दुबारा चुनाव की प्रक्रिया संचालन हो रही है। लेकिन मौजूदा प्रक्रिया में कुछ बदलाव की गुंजाइश है।
उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव का मकसद छात्रों का सर्वांगीण विकास है। इसमें राजनीतिक क्षमता के विकास के साथ सामाजिक जिम्मेदारियों को समझाने के साथ खेल एवं कला-संस्कृति का माहौल विश्वविद्यालयों में कायम रखने के गुर विकसित करना भी होना चाहिए। लेकिन मौजूदा व्यवस्था में सिर्फ राजनीतिक क्षमता के विकास पर ध्यान रह गया है। यह भी अनिवार्य है लेकिन इसके साथ छात्रों को उनकी सामाजिक जिम्मेदारियां बताने और खेल एवं कला-संस्कृति के प्रति जागरुक करना भी जरुरी है।
प्रो. नंदन ने कहा कि 80 के दशक तक पटना विश्वविद्यालय और बिहार के दूसरे विश्वविद्यालयों में सोशल सेक्रेटरी, स्पोर्ट्स सेक्रेटरी और आर्ट एंड कल्चर सेक्रेटरी के पद के लिए भी चुनाव होता रहा है। इन पदों का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। लेकिन लिंगदोह समिति के लागू होने के बाद ये तीनों पद चुनाव की प्रक्रिया से बाहर हो गए। जबकि इन तीनों पदों का महत्व हमेशा से रहा है और अभी भी है। इसलिए केंद्र सरकार को लिंगदोह समिति की सिफारिशें लागू करने के साथ इन पदों पर सीधे चुनाव की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। ताकि विश्वविद्यालयों में छात्रों के सर्वांगीण विकास का माहौल और नेतृत्व तैयार हो सके।