NEWSPR डेस्क। समायोजन के लिये पिछले दो साल से आंदोलन कर रहे स्वच्छ भारत मिशन कर्मी 21 नवंबर से हड़ताल पर जानेवाले हैं। कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है। ये घोषणा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अनुबंध कर्मचारी संघ ने की है। संघ के मीडिया प्रभारी अनुज श्रीवास्तव ने बताया कि कर्मियों के पास अब हड़ताल पर जाना ही एकमात्र विकल्प बचा है। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन फेज एक में कर्मियों के का के कारण ही राज्य सरकार उपलब्धि मिली। वहीं अब फेज टू में सरकार कर्मियों को रिप्लेस कर रही है, जबकि केंद्र सरकार का स्पष्ट आदेश है कि कर्मियों को रिप्लेस नहीं किया जाये। फिर भी राज्य सरकार फेज दो में नयी बहाली कर रही है। श्रीवास्तव ने कहा कि राज्य सरकार से समायोजन की मांग की गयी है. हड़ताल समायोजन होने तक जारी रहेगी. ऐसे में सरकार जब तक घोषणा नहीं करती है। काम काज ठप रहेगा। उन्होंने बताया कि इस दौरान मुखिया प्रतिनिधियों की भी परेशानी बढ़ेगी। मुखिया चुनाव के लिये उम्मीदवारों से पीएचईडी विभाग की अनापत्ति प्रमाण पत्र की मांग की गयी है, जो एसबीएम कर्मियों की ओर से दिया जाना है।