गढ़वा:- झारखंड की कोरवा परहिया जनजाति जो विकास से महरूम हैं, वहीं उनकी अस्मत भी महफ़ूज नहीं है, कुछ ऐसा ही एक मामला गढ़वा में सामने आया है जहां एक ओर परहिया जनजाति की नाबालिग़ लड़की मां बनी है तो पर उसकी गोद बच्चे बिना सुनी है,घर से चलकर शहर थाना पहुंची परहिया जनजाति की नाबालिग़ लड़की जिसे प्यार के मोहपाश में जकड़ गांव के ही युवक द्वारा जहां एक ओर उसके अस्मत से खेला गया तो वहीं उसके उम्मीद को भी तार तार कर दिया गया,कोई तो मुझे न्याय दिला दे इस आस के साथ सबको देखने वाली पीड़िता बताती है कि उसने प्यार कर शादी करने का वादा करते हुए मनाही के बाद भी मेरे साथ गलत किया,जब मैं गर्भवती हुई तो शादी करने की जगह उसने गर्भपात कराने की बात कही,लेकिन मैंने जिद्द कर बच्चे को जन्म दिया,और आज वो मुझे अपनाने की जगह मेरा बच्चा ले कर भाग गया,मुझे न्याय चाहिए। कहीं तो मुझे न्याय मिले और कोई तो मुझे मेरा बच्चा दिला दे यही सोच लिए पुलिस के साथ साथ चाइल्ड लाइन कार्यालय भी पहुंच इंसाफ़ की गुहार लगायी, उसे साथ ले कर पुलिस पास पहुंची चाइल्ड लाइन की महिला काउंसलर कहती हैं कि जहां इसे न्याय की दरकार है वहीं यह गोद के बच्चे के लिए भी आतुर है। उधर आवेदन के आधार पर मामला दर्ज़ करते हुए मामले को गंभीरता से लेने वाले पुलिस अधिकारी का कहना हैं कि मामला दर्ज़ कर लिया गया है,कार्रवाई निश्चित होगी।