पटना डेस्क
पटना: मौसम विभाग के पूर्वानुमान व अलर्ट के अनुसार गुरूवार से राज्य में बारिश शुरू हो गयी। इसी क्रम में गुरूवार का दिन बिहार के लिए काफी भारी रहा। खबर लिखने तक पूरे बिहार में वज्रपात से 83 लोगों को अपनी जान गंवानी पडी। इसके अलावा कई लोग गंभीर रूप से झुलस कर घायल हो गए हैं। बता दें कि उत्तर बिहार सहित सूबे के कई जिलों में अभी भी लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पहले ही गुरुवार और शुक्रवार को मूसलाधार बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी कर दिया था।
आंकडों के अनुसार वज्रपात से गोपालगंज में 13, मधुबनी में 8, नवादा में 8, सीवान में 6, भागलपुर में 6, पूर्वी चम्पारण में 5, दरभंगा में 5, बांका में 5, औरंगाबाद में 3, खगड़िया में 3, किशनगंज में 2, पश्चिम चम्पारण में 2, जहानाबाद में 2, सीतामढ़ी में 2, जमुई में 2, पूर्णिया में 2, सुपौल में 2, कैमूर में 2, बक्सर में 2, समस्तीपुर में 1, शिवहर में 1, सारण में 1 तथा मधेपुरा में 1 की मौत हुई है। इसके अलावा एक बच्ची और महिला समेत कई लोग बिजली की चपेट में आ गए और झुलस कर घायल हो गए हैं। मृतकों में ज्यादातर लोग खेत में काम करने के दौरान वज्रपात का शिकार हो गए।
इस दुखद घटना पर पीएम मोदी ने ट्वीट के जरिए अपना दुख जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि बिहार और उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से कई लोगों के निधन का दुखद समाचार मिला। राज्य सरकारें तत्परता के साथ राहत कार्यों में जुटी हैं। इस आपदा में जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी संवेदना प्रकट करता हूं।
सीएम ने भी जताया शोक
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इतनी बड़ी तादाद में जानमाल की क्षति के बाद शोक जताया है और सभी मृतकों के घर वालों के लिए 4-4 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। सीएम नीतीश ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में घर से बाहर न निकलें और राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग की तरफ से दिए जा रहे निर्देशों का पालन करते रहें।
मौसम विभाग ने 26 जून तक बिहार के 18 जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बिहार आपदा विभाग की ओर से किसी भी आपदा से निपटने के लिए अपनी तैयारी कर ली गई है। वहीं, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर है। एक्सपर्ट के अनुसार, भारी बारिश के दौरान घर से निकलने से बाहर नहीं निकला चाहिए। अगर घर से बाहर हैं तो बारिश से बचने के लिए किसी पेड़ के नीचे ना ठहरें। अगर आसमान में बिजली कड़क रही हो तो घर के इलेक्ट्रानिक उपकरण बंद कर दें। बिजली चमकते समय मोबाइल का इस्तेमाल भी खतरनाक साबित हो सकता है।