बिहार सरकार ने शनिवार, 14 जून 2025, को बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अवकाश कुमार का स्थानांतरण कर दिया है। अब इस अहम पद की जिम्मेदारी पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय के शर्मा को दी गई है। कार्तिकेय शर्मा 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और उन्हें एक सख्त, लेकिन रणनीतिक प्रशासक के रूप में जाना जाता है।
अवकाश कुमार ने इसी वर्ष जनवरी 2025 में पटना SSP का पद संभाला था। कुछ ही महीनों में उनका तबादला चर्चा का विषय बना है, जबकि दूसरी ओर, कार्तिकेय शर्मा की नियुक्ति को राज्य सरकार की एक रणनीतिक पहल माना जा रहा है।
कार्तिकेय शर्मा की प्रमुख उपलब्धियाँ
- शेखपुरा हत्या व डकैती कांड: एक स्कूल संचालिका के घर डकैती और हत्या के मामले में पुराने मोबाइल डेटा के आधार पर पूरे गिरोह को बेनकाब कर दिया। स्पीडी ट्रायल के जरिए सभी आरोपियों को सजा दिलाना उनकी एक उल्लेखनीय उपलब्धि रही।
- बरबीघा सोना लूटकांड: 2.5 करोड़ रुपये की सोने की लूट को महज 24 घंटे में सुलझा लिया। गिरोह को गिरफ्तार कर लूटा गया माल भी बरामद किया गया, जिससे उनकी रणनीतिक दक्षता की सराहना हुई।
- साइबर अपराध पर शिकंजा: शेखपुरा में कार्यकाल के दौरान साइबर क्राइम पर सख्त कार्रवाई की। कई संगठित साइबर गिरोहों का पर्दाफाश किया और तकनीकी जांच में खुद की गहरी पकड़ साबित की।
पटना में नई तैनाती, बड़ी जिम्मेदारियां
राजधानी पटना की कानून-व्यवस्था संभालना किसी चुनौती से कम नहीं है। नए SSP कार्तिकेय शर्मा को अब सड़क अपराध, बढ़ते साइबर फ्रॉड, अवैध हथियार तस्करी और गैंग गतिविधियों पर लगाम कसनी होगी।
इसके अलावा, महिलाओं की सुरक्षा, थानों की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता, और स्मार्ट निगरानी तंत्र जैसे CCTV नेटवर्क और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम का कुशल संचालन उनके प्रमुख एजेंडे में होगा।
साथ ही, तकनीकी विश्लेषण और डेटा इंटेलिजेंस के क्षेत्र में उनके अनुभव से राजधानी में अपराध पर रोकथाम की नई दिशा मिल सकती है।