जाने कहाँ 7 से अधिक बच्चे पैदा करने पर महिला को मिलता है गोल्ड मेडल, साथ में जिंदगी भर रहना-खाना FREE

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। दुनिया में जनसंख्या विस्फोट से सभी परेशान। हैं बढ़ती जनसँख्या के कारण कई तरह की समस्या सामने आने लगी है। इसमें प्रदूषण की दर बढ़ने से लेकर ग्लोबल वार्मिंग तक शामिल हैं। कई देशों ने, खासकर चीन ने जनसंख्या पर लगाम लगाने के लिए अपने देश में कड़े नियम बना दिए थे।

यहां एक से ज्यादा बच्चे पैदा करने पर लोगों को कई सारी सुविधाओं से वंचित कर दिया जाता था। हालांकि, अब ये नियम हटा दिए गए हैं लेकिन फिर भी लोगों से बच्चों पर कंट्रोल करने की अपील की गई है। लेकिन आज हम जिस देश के बारे में आपको बताने जा रहे हैं वहां मामला ठीक उल्टा है।

इस देश में अगर आपने 7 बच्चे पैदा किये तो आपको गोल्ड मेडल दिया जाएगा। जी हां, इसके अलावा भी कई सुविधाएं दी जाती है। क्या आप जानना चाहते हैं कौन सा है वो देश…

आज के समय में ज्यादातर देश अपनी बढ़ती जनसंख्या से परेशान है। इन देशों ने जनसंख्या कंट्रोल करने के लिए कई उपाय भी किये, जिसका कुछ ख़ास असर देखने को नहीं मिला।

हालांकि, दुनिया में कुछ ऐसे भी देश हैं, जहां की सरकार अपने देश की जनसंख्या बढ़ाने के लिए परेशान है। इन देशों में जनसंख्या बढ़ाने वाले लोगों को सरकार प्रोत्साहित करती है।

आपको सुनकर हैरानी हो रही होगी। लेकिन ये सच है। ऐसा ही एक देश है कजाखस्तान। इस देश में 7 से ज्यादा बच्चे पैदा करने वाली महिला को गोल्ड मेडल दिया जाता है। साथ ही उन्हें हीरो मदर्स की उपाधि दी जाती है।

अगर महिला ने 6 बच्चों को जन्म दिया है तो उसे सिल्वर मेडल दिया जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इन महिलाओं को मेडल के अलावा भी कई सुविधाएं दी जाती है।

इसमें जिंदगी भर सरकारी भत्ता शामिल है। भत्ते के मुताबिक़, महिला और उसके परिवार को ताउम्र मुफ्त राशन और घर खर्च दिया जाता है। इसके लिए 7 बच्चों को पैदा करना जरुरी है।

कजाखस्तान में सरकार गर्भवती महिलाओं की आर्थिक मदद करती है। यहां हीरो मदर कहलाने के लिए चार बच्चों का होना जरुरी है। अगर ऐसा नहीं होता है तो महिला को कोई मासिक भत्ता नहीं दिया जाता।

जिन घरों में 6 से 7 बच्चे हैं, वहां उम्रभर भत्ता दिया जाता है। लेकिन जहां 4 बच्चे हैं, वहां बच्चों के 21 साल के होने तक ये भत्ता दिया जाता है। कजाखस्तान में बच्चे पैदा करने पर पुरस्कार देने की प्रथा 1944 से शुरू की गई थी।

कजाखस्तान सामाजिक कार्यक्रम विभाग की अक्साना आलूसेजोवा के मुताबिक, ज्यादा बच्चे पैदा करना यहां की सरकारी नीति में शामिल है। देश की जनसंख्या काफी कम है। अगर ज्यादा बच्चे पैदा होंगे तो उनकी आबादी बड़ी होगी।

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