लालकृष्ण आडवाणी की ड्यूटी में तैनात NSG कमांडो की सड़क हादसे में मौत, तीन दिनों की छुट्टी में आया था झारखंड

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। चाईबासा: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की ड्यूटी में तैनात एनएसजी कमांडो 31 वर्षीय पोरेश बिरूली की सड़क हादसे में मौत हो गई। पोरेश गुरुवार को 3 दिन की छुट्टी पर घर पहुंचे थे और रात 10 से 11 के बीच चाईबासा रेल ओवर ब्रिज के पास सड़क हादसे का शिकार हो गए. जिस समय घटना हुई उनके मामा के लड़के राजा तियु भी बाइक में सवार थे। बाइक पर सवार दोनों को तेज रफ्तार ट्रक ने रौंद दिया, जिससे दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। इस भयानक सड़क हादसे से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

मिली जानकारी के अनुसार दीपावली की रात करीब 9 बजे दोनों बाइक सवार फ्लाइओवर से गुजर रहे थे। वहीं एक भारी वाहन की चपेट में आने से उन्होंने बाइक पर से अपना संतुलन खो दिया और फ्लाइओवर पर दोनों बाइक सहित काफी दूर फेंका गये। दोनों ने हेलमेट नहीं पहना था, जिससे सिर पर गंभीर चोट आई और घटनास्थल पर ही मौत हो गई। यह हादसा दीपावली की रात उस समय हुआ जब शहर में नो इंट्री लगी थी। ऐसे भी दीपावली के कारण रातभर भारी वाहनों के लिए नो इंट्री रखी गई थी। इसके बावजूद सड़क पर बने चेक पोस्ट पर तैनात पुलिस कर्मियों के द्वारा पैसा लेकर भारी वाहनों को नो एंट्री में अवैध तरीके से पार कराया जाता है। जिसके कारण एक बड़ा हादसा हो गया। इस घटना को लेकर स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश में है। पुलिस दोनों युवकों के शव को सड़क से उठाकर सदर अस्पताल पोस्टमार्टम हाउस ले गई। इनकी पहचान होने के बाद परिजन सदर अस्पताल पहुंच गए हैं और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घर में दीपावाली की खुशियां मातम में तब्दील हो गई हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

एनएसजी कमांडो पोरेश बिरूली के परिवार को शुक्रवार की सुबह पुलिस ने घटना की जानकारी दी। जिसके बाद उनकी पत्नी शुरू बिरूली, बहन और भाई के साथ गांव के लोग सदर अस्पताल पहुंचे, पोरेश की दो बेटियां हैं। एक सात साल की और दूसरी 4 साल की बेटी है। पोरेश बिरूली की पत्नी झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी में प्रोग्राम ऑफिसर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि गुरुवार की शाम को उनके पति 3 दिन की छुट्टी पर घर आए थे. थोड़ी देर घर में रहने के बाद मामा के लड़के के साथ दीपावली देखने के लिए चाईबासा शहर आ गये। रात करीब 10 बजे फोन पर उनसे बात भी हुई, उन्होंने थोड़ी देर में घर लौट आने की बात कही, लेकिन पूरी रात कोई पता नहीं चला. सुबह दुर्घटना के बारे में जानकारी मिली।

Share This Article