NEWSPR डेस्क। सुशील कुमार मोदी ने कल लालू यादव पर गंभीर आरोप लगाया और बताया की लालू यादव जेल में रहते मोबाइल से बात कर सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं। सुशिल मोदी ने अपने ट्वीटर एकाउंट्स पर पोस्ट करते हुए ये सारे आरोप लगाए। लेकिन आज जहाँ एक तरफ सुशील कुमार मोदी के ट्वीट को ट्वीटर ने डिलीट कर दिया हैं ये कहते हुए की ये नियमों के विरुद्ध हैं और कोई भी किसी का नंबर जारी नहीं कर सकता तो अब वही दूसरी तरफ लालू यादव की भी मुश्किलें बढ़ती नजारा आ रही हैं।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ जेल में रहते मोबाइल से बात कर उन पर सरकार गिराने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने जनहित याचिका दायर की है। भाजपा नेता अनुरंजन अशोक की ओर से दाखिल जनहित याचिका में कहा गया है कि लालू प्रसाद जेल में रहते मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। यह जेल मैनुअल का उल्लंघन है। जेल प्रशासन और सरकार उन्हें यह सुविधा किस नियम के तहत उपलब्ध करा रही है इसकी जांच कराने का आग्रह हाईकोर्ट से किया गया है।
याचिका में कहा गया है कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता हैं और लगातार दो साल से रिम्स के पेइंग वार्ड और अब रिम्स निदेशक के बंगले में अपना इलाज करा रहे हैं। इस दौरान उन्हें सेवादार सहित अन्य सुविधाएं मिली हैं, जो राज्य सरकार और जेल अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है। बता दें कि बिहार के भाजपा नेता सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया है कि लालू प्रसाद यादव अपने सेवादार के मोबाइल से एनडीए विधायक को सत्ता का लोभ दे रहे हैं और नीतीश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं।
इससे पहले भी हाईकोर्ट के कई आदेश हैं जिनमें रिम्स के कॉटेज को राजनीतिक कैदियों द्वारा ऐशगाह बनाए जाने पर संज्ञान लिया गया था। अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि अगर किसी राजनीतिक कैदी को कई तरह की बीमारियां हैं तो उसके इलाज के लिए जेल में ही अस्थायी व्यवस्था की जा सकती है। उन दिनों रिम्स के कॉटेज में रहने वाले कई राजनीतिक कैदियों को हाई कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा गया था।
आपको बता दें कि पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने कारा महानिरीक्षक और बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के अधीक्षक को शो कॉज किया था। हाईकोर्ट ने दोनों से पिछले तीन माह में लालू प्रसाद से मिलने वाले लोगों की सूची पेश करने को कहा था। यह भी बताने को कहा गया था कि इसमें कितने लोगों ने नियमों के तहत मुलाकात करने की अनुमित मांगी थी और उसके साथ लालू प्रसाद के मामले में जेल मैनुअल का पालन हो रहा है या नहीं। पिछली सुनवाई में जेल प्रशासन ने इस पर कोई जानकारी नहीं दी थी। शुक्रवार को इस पर जेल आईजी और जेल अधीक्षक को रिपोर्ट पेश करनी है।
लालू प्रसाद के फोन पर बात करने के मामले जेल अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। डीसी ने बिरसा मुंडा कारा के जेल अधीक्षक को पत्र भेज कर कहा है कि जेल मैनुअल का क्यों नहीं पालन हो रहा है। 24 घंटे के अंदर अधीक्षक से रिपोर्ट देने को कहा है।