NEWSPR डेस्क। बिहार की नवादा पुलिस ने लंबे समय से फरार चल रहे जिले के सबसे बड़े शराब माफिया शैलेंद्र कुमार यादव को गिरफ्तार कर ही लिया. नवादा पुलिस ने भारी संख्या में पुलिस बल के साथ संयुक्त रूप से छापेमारी करते हुए गुप्त सूचना के आधार पर उसे शहर के मिर्जापुर स्थित प्रोफेसर कॉलोनी से गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद शैलेंद्र यादव ने यह कबूल किया कि वह जिले में कई सालों से अवैध शराब के धंधे को चलाता आ रहा था और इसके साथ ही साथ वाह अवैध तरीके से शराब निर्माण में भी लगा हुआ था.
गिरफ्तारी के बाद उसने यह बताया कि वह लंबे समय से कच्चे स्पिरिट का भी कारोबार करता आ रहा था जिसमें वह उड़ीसा, झारखंड एवं बंगाल से कच्चा स्प्रिट लाकर जिले में अवैध तरीके से पैकिंग मशीन के माध्यम से नकली पाउच को रिफिल कर नकली शराब बेचता था. पुलिस को उसने यह भी बताया कि इस धंधे में उनके साथ कई अन्य लोग भी शामिल थे जो हाल ही में नवादा में जहरीली शराब से हुई मौत मामले में पहले से ही जेल भेजे जा चुके हैं. इसमें अरविंद यादव भी शामिल है. शहर के प्रोफेसर कॉलोनी में पुलिस ने छापेमारी करते हुए उसके पास से 2 लाख 40 हज़ार नगद, दो मोबाइल फोन, जमीन के एग्रीमेंट पेपर एवं शराब भी बरामद किए हैं.
शराब के धंधे से अर्जित रुपए से शैलेंद्र यादव ने कई जगह पर जमीन खरीद चुका था और उसी पैसे से एक अन्य जमीन को खरीदने के लिए एडवांस पैसे देकर एग्रीमेंट लिखवाने आया हुआ था. इसी दौरान उसकी गिरफ्तारी हुई. उसने यह भी कबूल किया कि उसी पैसे से उसने अपने घर कादिरगंज स्थिति चीलोंगि में पक्का का मकान भी बनाया है. नवादा पुलिस को शैलेंद्र यादव की कई वर्षों से तलाश थी, मगर वह पुलिस को अक्सर चकमा देकर भाग निकलता था. जिले के कई थानों में वह शराब मामले में नामजद अभियुक्त है. फिलहाल पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी होने से राहत की सांस ली है.