NEWSPR डेस्क। भारत-नेपाल बॉर्डर पर शराब तस्करों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ है कि उन्हें वर्दी का खौफ ही नहीं है। शराब तस्करी के दौरान पुलिस या एसएसबी के जवान जब उन्हें रोकने का प्रयास करते है तो तस्कर उन्हें रौंदने से भी गुरेज नहीं करते हैं। सोमवार रात लदनियां थाना क्षेत्र के जोगिया बस्ती के समीप नेपाल की ओर से शराब की बड़ी खेप आने की सूचना पर एसएसबी 18वीं वाहिनी के 43 वर्षीय मुख्य आरक्षी देव राज व सिंदे अंबादास ने याेगिया बस्ती के पास नाका लगाया।
जैसे ही नेपाल बॉर्डर की ओर से गाड़ी आती दिखी ताे जवानों ने रुकने का इशारा किया। लेकिन शराब तस्कर ने रुकने के बजाय एसएसबी के एक जवान देवराज काे राैंद दिया और भाग निकले। घटना के बाद दोनों जवानाें को जयनगर अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया. जहां देव राज को मृत घोषित कर दिया गया। देवराज हिमाचल प्रदेश के चंबा जिला अंतर्गत थासुनडा गांव के रहने वाले थे। घटना की सूचना मिलते ही उनके पिता जगदीश चंद व माता लीला शर्मा को यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनका बेटा अब नहीं रहा।
मृतक देव राज की पत्नी शांति देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि जब से दर्दनाक घटना की सूचना आई है, तब से शांति बेहोश हाे जा रही है। गांव के चिकित्सक की देखरेख में उन्हें रखा गया है। होश में आते ही चीत्कार मारकर वाे राेने लगती है। इधर, मौत की सूचना के बाद आसपास के गांव व तहसील से बड़ी संख्या में लोग घर पर पहुंच रहे है। सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम होने के बाद शव को एसएसबी मुख्यालय राजनगर लाया गया जहां शहीद देव राज को बटालियन की ओर से सलामी दी गई।