स्ट्रांग रूम में बंद हुआ 1066 प्रत्याशियों का किस्मत , तीन लेयर की सुरक्षा में ईवीएम हुआ बंद

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। बिहार की 71 विधानसभा सीटों के लिए हुए मतदान के बाद कुल 1066 प्रत्याशियों का भाग्य स्ट्रांग रुम में तीन लेयर की सुरक्षा में बंद कर दिया गया है। इलेक्ट्रानिक्स वोटिंग मशीन को केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की विशेष निगरानी में रखा गया है।

मतगणना तक ईवीएम को स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा जहां सीसीटीवी कैमरों से लेकर सुरक्षा के अन्य इलेक्ट्रानिक्स उपकरण लगाए गए हैं। मतदान वाले विधानसभा क्षेत्रों से संबंधित जिला मुख्यालयों पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी की निगरानी में स्ट्रांग रूम तैयार किया गया है।

कुल 1066 प्रत्याशी प्रथम चरण के चुनाव मैदान में थे, इसमें 114 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं। प्रथम चरण में 31371 मतदान केंद्रों पर हुए मतदान में 41689 ईवीएम का प्रयोग किया गया है। इसमें बैलेट यूनिट वाली मशीनें भी शामिल हैं जिन्हें मतदान के बाद बुधवार को संबंधित जिलों के स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा में रखवाया गया है। 16 जिलों में हुए प्रथम चरण के चुनाव में 31371 मतदान केंद्र16730 भवनों में बनाए गए थे। इसमें 2856 काफी संवेदनशील यानि नक्सल प्रभावित रहे।

पहले चरण का मतदान:71 में 57 सीटों पर 50% से अधिक हुई वोटिंग, 5 पर 60% से ज्यादा; बांका जिले में सबसे अधिक 59.57% पड़े वोट

प्रथम चरण के मतदान के दौरान बिहार में विभन्नि जिलों से पुलिस ने 601 शस्त्र बरामद किया है। अपराधियों की धर पकड़ के लिए 606 चेक पोस्ट बनाए गए थे और इसी से शांति पूर्ण मतदान कराया जा सका है। प्रथम चरण की तैयारियों में 27328 वारंटों को निस्तारण कराया गया था। चुनाव आयोग का दावा है कि इससे मतदान शांति पूर्वक हुआ है। सीसीए के तहत 2020 के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। आचार संहिता उलंघन के मामले में भी 16 प्रत्याशियों पर कार्रवाई की गई है।

पटना में प्रथम चरण के चुनाव में 7770 पीठासीन अधिकारियों को लगाया गया था जो मतदान के बाद देर शाम तक ईवीएम को लेकर पटना के एएन कॉलेज में पहुंच गए हैं। ईवीएम को एएन कॉलेज में ही कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। यहां केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में मशीनों को रखा गया है। मशीनों पर तीसरी आंख यानि सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जाएगी।

पीठासीन अधिकारियों के अतिरिक्त 7750 पीवन कर्मी तैनात किए गए थे। इतने ही संख्या में पी टू और पी थ्री कर्मियों को भी लगाया गया था। 2315 पीसीसी लगाए गए थे जबकि 511 माइक्रो आब्जर्वर तैनात किए गए थे। बूथों की वीडियो रिकार्डिंग के लिए 140 वीडियो ग्राफर लगाए गए थे। 568 सेक्टर पदाधिकारियों को निगरानी में लगाया गया था, वहीं 42 एफएसटी को भी तैनात किया गया था।

इतने ही संख्या में एसएसटी भी लगाए गए थे। 86 कंपनी अर्द्धसैनिक बलों को प्रथम चरण के चुनाव में लगाया गया था। पटना में कुल मतदान केंद्रों की संख्या 2204 रही जहां मूल मतदान केंद्र 1596 बनाए गए थे।

पटना में कुल चार कोरोना पॉजिटव ने मतदान किया है। इन्हें पोस्टल बैलेट से मतदान कराया गया है। वहीं 94 दिव्यांगों को भी पोस्टल बैलेट से मतदान कराया गया है। पोस्टल बैलेट से मतदान करने वाले मतदाताओं की कुल संख्या पटना में 671 रही। 296 कर्मियों ने मतदान कार्य में जाने से पहले पटना में मतदान किया था, 80 साल से अधिक आयु के 277 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट का प्रयोग किया है।

चुनाव के दौरान मनमानी करने वालों पर जिला प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया है। इसमें पटना के 22 लोग कार्रवाई की जद में आए हैं। वहीं तैयारी के दौरान 50 लोगों पर सीसीए की कार्रवाई की गई है। जबकि 15345 लोगों को 107 के तहत पाबंद किया गया है।

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