महाकुंभ के समापन की उलटी गिनती शुरू हो गई है, और यह आयोजन 26 फरवरी, महाशिवरात्रि के दिन समाप्त होगा। 13 जनवरी से शुरू हुए इस महाकुंभ में अब तक लगभग 60 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं। यह संख्या दुनिया भर के सनातनियों का एक बड़ा हिस्सा है, क्योंकि भारत में 110 करोड़ और दुनिया भर में 120 करोड़ सनातनी हैं। महाकुंभ के 41 दिन पूरे हो चुके हैं, जिनमें से 23 दिनों में एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है। खास बात यह है कि सात दिनों में दो करोड़ से भी ज्यादा लोग संगम में डुबकी लगाने पहुंचे।
महाकुंभ के प्रमुख स्नान दिनों में 14 जनवरी (मकर संक्रांति) को 3.5 करोड़, 28 जनवरी को 4.99 करोड़, 29 जनवरी (मौनी अमावस्या) को 7.64 करोड़, 30 जनवरी को 2.06 करोड़, 1 फरवरी को 2.15 करोड़ और 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) को 2.04 करोड़ लोग शामिल थे। इस दौरान 73 देशों के राजनयिकों और भूटान के राजा नामग्याल वांगचुक समेत अन्य देशों के अतिथियों ने भी अमृत स्नान किया।
इसके साथ ही नेपाल से 50 लाख से ज्यादा लोग इस पवित्र जल में स्नान कर चुके हैं।इस बार कुंभ मेले में भीड़ की संख्या का सही आकलन करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग किया जा रहा है। प्रयागराज में 200 जगहों पर अस्थाई सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, और पूरे शहर में 268 स्थानों पर 1107 अस्थाई कैमरे स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, 100 से अधिक पार्किंग स्थलों पर 700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं और वाहनों की संख्या का आंकलन करने में मदद कर रहे हैं।