भारत में शिक्षकों की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा मंत्रालय लगातार सुधार कर रहा है. इसी कड़ी में पारंपरिक B.Ed कोर्स की जगह अब एक नया और आधुनिक कार्यक्रम ITEP (Integrated Teacher Education Programme) शुरू किया गया है. यह कोर्स न केवल समय की बचत करेगा बल्कि भावी शिक्षकों को आधुनिक शिक्षण तकनीकों से लैस करेगा।
ITEP क्या है और B.Ed से कैसे अलग है?
ITEP यानी Integrated Teacher Education Programme एक 4 साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत शुरू किया गया है. पहले जहां छात्रों को ग्रेजुएशन के बाद दो साल का B.Ed कोर्स करना पड़ता था, वहीं अब 12वीं के बाद सीधे इस कोर्स में प्रवेश लेकर सिर्फ चार साल में शिक्षक बनने की योग्यता हासिल की जा सकती है. इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को शुरुआत से ही विषयगत ज्ञान के साथ-साथ शिक्षण कौशल में निपुण बनाना है।
B.Ed कोर्स पर क्या पड़ेगा असर?
सरकार की योजना के मुताबिक, 2030 तक पारंपरिक B.Ed कोर्स को पूरी तरह ITEP में बदल दिया जाएगा. इसका मतलब यह है कि भविष्य में शिक्षक बनने की इच्छा रखने वाले उम्मीदवारों को B.Ed के बजाय ITEP करना होगा. इससे शिक्षक प्रशिक्षण प्रणाली में समानता और गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा।
ITEP में एडमिशन और पात्रता
इस कोर्स में प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को 12वीं में कम से कम 50% अंक होने चाहिए. प्रवेश प्रक्रिया NTA द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगी. कोर्स BA B.Ed, BSc B.Ed और BCom B.Ed के रूप में उपलब्ध है, जिससे छात्र को विषयगत ज्ञान और शिक्षण प्रशिक्षण दोनों एक साथ मिलते हैं।
ITEP के फायदे
ITEP की सबसे बड़ी खासियत है कि यह समय बचाता है — जहां पहले ग्रेजुएशन और B.Ed मिलाकर 5-6 साल लगते थे, वहीं अब सिर्फ 4 साल में पूर्ण प्रशिक्षित शिक्षक बना जा सकता है. कोर्स में आधुनिक शिक्षण पद्धतियों, डिजिटल लर्निंग, मूल्यांकन तकनीकों और व्यवहारिक प्रशिक्षण पर खास ध्यान दिया गया है ताकि शिक्षक 21वीं सदी की शिक्षा प्रणाली की जरूरतों के अनुरूप तैयार हो सकें।
ITEP की शुरुआत और मान्यता
ITEP की शुरुआत वर्ष 2023 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत की गई थी. इसे चरणबद्ध तरीके से देशभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में लागू किया जा रहा है. यह कोर्स UGC और NCTE दोनों से मान्यता प्राप्त है, यानी यह पूरी तरह वैध और राष्ट्रीय स्तर पर मान्य कार्यक्रम है।
ITEP के बाद करियर विकल्प
ITEP पूरा करने के बाद उम्मीदवार सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षक, शिक्षा अधिकारी, करिकुलम डेवलपर, या शिक्षा सलाहकार के रूप में काम कर सकते हैं. यह कोर्स शिक्षण क्षेत्र में दीर्घकालिक और स्थिर करियर के लिए एक मजबूत विकल्प है।
हाल की अपडेट
हाल ही में दिल्ली यूनिवर्सिटी ने ITEP में एडमिशन के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था और ट्रायल बेसिस पर यह कोर्स शुरू किया गया है. अब धीरे-धीरे इसे देश के अन्य विश्वविद्यालयों में भी लागू किया जा रहा है।