बिहार में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अपराधी अब आम लोगों से लेकर प्रभावशाली व्यक्तियों तक को निशाना बना रहे हैं। हालात ऐसे हैं कि कई अपराधी जेल में बंद रहने के बावजूद बाहर से आपराधिक वारदातों की साजिश रच रहे हैं। ताज़ा मामला राजधानी पटना का है, जहां पुलिस ने बेऊर जेल में बंद एक कुख्यात अपराधी द्वारा रची गई हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया है।
कैसे सामने आई साजिश
मामला 16 अक्टूबर 2025 को आलमगंज थाना क्षेत्र में हुई हत्या से जुड़ा है। पुलिस को इनपुट मिला था कि जेल में बंद एक अपराधी अपने गैंग के जरिए दो और लोगों की हत्या की योजना बना रहा है। जानकारी मिलते ही पटना पुलिस और STF की संयुक्त टीम गठित की गई। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन शूटर—मो. आदिल मिर्जा, मो. शादाब और मो. नौशाद—को गिरफ्तार कर लिया।
सुपारी के बदले दी जानी थी रकम
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक देशी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए। जांच में पता चला कि बेऊर जेल में बंद कुख्यात अपराधी ने पुरानी रंजिश और वर्चस्व की लड़ाई के चलते दो लोगों की हत्या की सुपारी दी थी। इस वारदात के लिए दो लाख रुपये की रकम तय की गई थी, जो घटना के बाद शूटरों को दी जानी थी।
गिरफ्तार अपराधियों का इतिहास भी रहा आपराधिक
तीनों गिरफ्तार अपराधी पहले भी हत्या, लूट और रंगदारी जैसे मामलों में जेल जा चुके हैं। इस बार वारदात को अंजाम देने से पहले ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया, जिससे पटना में एक बड़ी घटना टल गई।
पुलिस का मिशन: जेल से चलने वाले गैंग खत्म करना
एसएसपी कार्तिकेय के. शर्मा ने कहा कि पटना पुलिस की प्राथमिकता है कि जेल के अंदर से संचालित अपराधी नेटवर्क को पूरी तरह तोड़ा जाए। इस साजिश में शामिल हर व्यक्ति की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। STF और पुलिस अब इस पूरे गिरोह के तारों को सघनता से खंगाल रही है ताकि जेल के भीतर बैठे अपराधियों की बाहरी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके.