NEWSPR डेस्क। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शराबबंदी में संशोधन के बाद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून में खामियां थी। जिनको नीतीश सरकार ने महसूस किया। इन खामियों को महसूस करते हुए संशोधन किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर आगे भी संशोधन जरूरी होगा तो उस पर भी विचार किया जाएगा। हम लोग सरकार के इस फैसले का स्वागत करेत हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि नए संशोधन में अपराध करने वालों को जुर्माना जमा करने के बाद ड्यूटी मजिस्ट्रेट से जमानत मिलने का प्रावधान है। अगर अपराधी जुर्माना जमा करने में सक्षम नहीं है, तो उसे एक महीने की जेल हो सकती है। सरकार के इस फैसले का सहयोगी दलों ने तारीफ की है।
बता दें कि आज नीतीश सरकार ने शराबबंदी कानून में बड़ा संशोधन किया है। जिससे कई पियक्कड़ों को राहत मिलेगी। हालांकि आरोप में पकड़ाए लोगों को जुर्माना देना होगा नहीं तो उनको जेल की हवा खानी होगी। साल 2016 में शराबबंदी कानून लागू किया गया था।