पटना : राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के एक्स हैंडल पर डाली गई पोस्ट में तेजस्वी यादव ने पीएम और सीएम पर तंज कसते हुए लिखा था कि उनकी घोषणाओं की नकल पहले मुख्यमंत्री करते थे और अब प्रधानमंत्री भी कर रहे हैं। इस पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने करारा जवाब दिया है।
“तेजस्वी अपने को बड़ा समझते हैं” – मांझी
गया में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव अपने को बहुत बड़ा नेता समझने लगे हैं। हम उन्हें धन्यवाद देते हैं कि सोचते तो हैं, लेकिन उनके पिता के शासन में बिहार जंगलराज का दौर था। मांझी ने कहा कि साइकिल योजना, पोशाक योजना, होमगार्ड का वेतन – यह सब नीतीश कुमार के कार्यकाल में हुआ है, न कि तेजस्वी यादव के समय। विकास के सारे काम नीतीश कुमार के नेतृत्व में हो रहे हैं।
“झूठ बोलकर भ्रम फैलाना ठीक नहीं”
मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव हर योजना का श्रेय खुद लेने की कोशिश करते हैं। वृद्धा पेंशन बढ़ाने का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि इमामगंज की सभा में हमने 1500 रुपये की पेंशन की मांग की थी। सरकार ने 1100 रुपये कर दिया। आज तेजस्वी कह रहे हैं कि उन्होंने कहा था। इस तरह झूठ बोलकर कम पढ़े-लिखे लोगों को बरगलाना चाहते हैं, लेकिन बिहार की जनता समझदार है।
“2025 में विपक्ष के नेता भी नहीं रहेंगे”
मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार बीते 20 सालों से बिहार के विकास में जुटे हैं और उनका सामाजिक सोच ही राज्य को आगे बढ़ा रहा है। वहीं तेजस्वी यादव के इस बयान पर कि उनकी सरकार बनते ही “वोट चोरों की नींद हराम हो जाएगी”, मांझी ने तंज कसते हुए कहा – “हारने वाले ऐसे ही बयान देते हैं। सपना देख रहे हैं कि मुख्यमंत्री बन जाएंगे। लेकिन 2025 के चुनाव के बाद वे विपक्ष के नेता की कुर्सी पर भी नहीं रहेंगे।”
मतदाताओं और वोटर लिस्ट पर बोले मांझी
मांझी ने कहा कि अब तक कई बाहरी मतदाताओं के बल पर चुनाव जीतने की कोशिश होती रही है। कई ऐसे लोगों के नाम वोटर लिस्ट में शामिल हैं, जिनकी नागरिकता बिहार की नहीं है। चुनाव आयोग द्वारा नाम काटे जाने की कार्रवाई सही है। उन्होंने दावा किया कि 65 लाख ऐसे नाम हटाए गए हैं। अब 2025 के चुनाव में इन फर्जी मतदाताओं के सहारे जीतने का खेल खत्म हो जाएगा।