बिहार के गया शहर से एक भयावह अग्निकांड की खबर सामने आई है, जहां महारानी बस स्टैंड पर खड़ी चार बसें देखते ही देखते आग की चपेट में आ गईं। यह हादसा तड़के सुबह करीब 3:30 बजे हुआ, जब लोग नींद में थे और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। अचानक लगी आग से पूरा इलाका दहशत में आ गया। जलती हुई बसों से उठती लपटों और धुएं ने आसमान को लाल कर दिया।
कैसे फैली आग-
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग की शुरुआत एक बस से हुई, जिसमें पहले धुआं देखा गया। कुछ ही पलों में आग ने विकराल रूप ले लिया और पास खड़ी तीन अन्य बसों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
आग के कारणों का अब तक स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है, लेकिन शॉर्ट सर्किट या किसी ज्वलनशील पदार्थ की मौजूदगी की आशंका जताई जा रही है।लाखों का नुकसान, कोई हताहत नहींइस हादसे में चार बसें पूरी तरह से जलकर नष्ट हो गईं। अनुमान है कि इस दुर्घटना में लगभग 1 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। राहत की बात यह रही कि घटना के वक्त बसें खाली थीं और कोई यात्री मौजूद नहीं था, जिससे जानमाल की क्षति नहीं हुई।स्थानीय लोगों में हड़कंपआग की लपटें देखकर स्थानीय लोग भयभीत हो उठे। कुछ लोग घटनास्थल पर पहुंच गए और स्थिति को देखकर सन्न रह गए। वहीं कुछ नागरिकों ने तुरंत पुलिस और अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना दी, जिससे समय पर राहत कार्य शुरू हो सका।
दमकल की मशक्कत-
फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर तुरंत पहुंची और करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाने के लिए दमकल कर्मियों को भारी मात्रा में पानी का इस्तेमाल करना पड़ा।जांच जारीगया पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक रूप से इसे शॉर्ट सर्किट का परिणाम माना जा रहा है, लेकिन जानबूझकर की गई आगजनी या तकनीकी गड़बड़ी जैसी अन्य संभावनाओं की भी गहनता से जांच की जा रही है।
प्रशासन की सख्ती-
घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने बस स्टैंड की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि अगर जांच में किसी की लापरवाही या साजिश सामने आती है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।