मोतिहारी में 600 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा मेडिकल कॉलेज’, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया ऐलान

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। मोतिहारी में 600 सौ करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज बनेगा। साथ ही 600 सौ बेड का विशाल अस्पताल का भी निर्माण होगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने इसकी घोषणा की है। बता दें कि खेती के क्षेत्र में देश के किसानों को नई दिशा देना पूर्वी चम्पारण का पीपराकोठी ने शुरु कर दिया है। किसानों की आय को बढाने और देश को स्वालम्बी बनाने के लिए यहां काम हो रहे है। जिले के पीपराकोठी के कृषि विज्ञान केन्द्र में तीन दिवसीय पशु आरोग्य सह कृषि उन्नति मेला एवं उद्यान महोत्सव का आयोजन शुरू हुआ। जिसका उद्घाटन केन्द्र सरकार के पशु पालन,मत्स्य पालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने किया। इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री पूर्वी चम्पारण के सांसद राधामोहन सिंह और राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय मौजूद रहें।

मेला सह महोत्सव का उद्घाटन करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने मोतिहारी में 600 सौ करोड़ रुपये की लागत से मेडिकल कॉलेज की स्थापना की घोषणा किया। साथ ही यहां 600 सौ बेड के भव्य अस्पताल के निर्माण कराने की भी घोषणा किया है। समारोह को सम्बोधित करते हुए मंगल पाण्डेय ने कहा कि कैबिनेट की बैठक में महात्मा गांधी की कर्मभूमि में मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति मिली थी, लेकिन कल इसकी प्रक्रिया को शुरु कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि मोतिहारी के डीएम को जमीन देने के लिए कहा गया है।

वहीं पूर्व केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के कारण ही आज पीपराकोठी किसानों के लिए तीर्थस्थल बना हुआ है। जहां खेती के हरेक क्षेत्र की उन्नति के लिए नई खोज हो रही है। साथ ही पशुपालक किसानों के आय को बढाने के लिए उन्नत किस्म के पशु प्रजनन केन्द्र की स्थापना हुई है। देश के सभी इलाकों के किसान और वैज्ञानिक यहां पहूंचकर नई-नई जानकारी ले रहे है। उन्होंने कहा कि देश में 2013-14 में मोदी सरकार आयी थी तब देश का बजट 21 हजार 933 करोड़ रुपये का होता था। लेकिन महज आठ सालों में ही मोदी सरकार ने देश की बजट को कई सौ गुणा बढाते हुए एक करोड़ तीस लाख करोड का बजट है । बजट में भारी अन्तर है। महात्मा गांधी के कर्म भूमि में रहने वाले लोग सौभाग्यशाली है। जो मोदी सरकार के अनेक योजनाएं तोहफे में मिले है।

केन्द्रीय पशुपालन मत्स्य पालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि देश के किसानों ने अपने खेती में बदलाव लाया है। जिसके कारण हम अन्न के मामले में आत्मनिर्भर होने वाले है। कोरोना काल में जब सभी उद्योग करखाने बन्द पड़े थे पूरा विश्व आर्थिक मंदी के कगार पर था तब किसानों की मेहनत का नतीजा रहा कि हमारी निर्यात में 40 प्रतिशत की बढोतरी दर्ज हुई। पशुपालकों के लिए पूर्व मंत्री राधामोहन सिंह के प्रयास से बिहार में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। राज्य में पहले प्रति व्यक्ति दूध की खपत 193 ग्राम था जो बढकर 240 ग्राम हो गया है। तीन दिवसीय पशु आरोग्य मेला में पूर्वी चम्पारण के साथ साथ देश के बडे संस्थानों से उन्नत किस्म के पशुओं को प्रदर्शनी के लाया गया है।

मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट

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